हरियाली से भू सुरक्षित
शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ****************************************** कृषक खुशी से झूम रहा है बदरी के छा जाने से।हरियाली से भू सुरभित है इस सावन के आने से॥ खेती भी लहलहा उठी है,बारिश जमकर बरसी है,इतने दिन तक वसुंधरा भी जल के खातिर तरसी है।प्यास बुझी प्यासी धरती की बारिश के आ जाने से, हरियाली से भू…॥ डोल रहे … Read more