कैसी ये लाचारी है ? 

अमल श्रीवास्तव  बिलासपुर(छत्तीसगढ़) ********************************************************************* शासन है पंगु आज,लोकतंत्र घायल है, स्वार्थ में ही लिप्त हुई चेतना हमारी है। एक ओर महामारी,एक ओर मारकाट, आम जिंदगी का एक-एक पल भारी है॥…

Comments Off on कैसी ये लाचारी है ? 

देशहित में आरक्षण व अजा-जजा अधिनियम की समीक्षा जरूरी

अमल श्रीवास्तव  बिलासपुर(छत्तीसगढ़) ********************************************************************* वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार ने देशहित में काफी अच्छे निर्णय लिए हैं,जैसे-३७०,तीन तलाक,सीएएफ, एनपीआर,एनसीआर,राम मंदिर व सर्जिकल स्ट्राइक आदि,परन्तु एससी-एसटी(अजा-जजा)अधिनियम में सबसे बड़ी अदालत…

Comments Off on देशहित में आरक्षण व अजा-जजा अधिनियम की समीक्षा जरूरी

खतरा

अमल श्रीवास्तव  बिलासपुर(छत्तीसगढ़) ********************************************************************* 'कोरोना' अब गुजर रहा है, गाँव,शहर,चौबारों से। इसको पानी,खाद मिल रहा, मरकज और मजारों से॥ सीमाएं तो सील हो गई, भीड़ हटी बाजारों से। लेकिन खतरा…

Comments Off on खतरा

तिरंगा है सत्य

अमल श्रीवास्तव  बिलासपुर(छत्तीसगढ़) ********************************************************************* तिरंगा है अहिंसा,सत्य, और ईमान का झंडा। तिरंगा है शहीदों के, अमर बलिदान का झंडा। तिरंगा है भगत सिंह,और, बिस्मिल की जवानी भी। तिरंगा हिन्द,हिंदुस्तान की,…

Comments Off on तिरंगा है सत्य

हस्ती दीप-सी मेरी

अमल श्रीवास्तव  बिलासपुर(छत्तीसगढ़) ********************************************************************* न चाहूं सेज फूलों की, सदा काँटों पे ही चलता। है हस्ती दीप-सी मेरी, तिमिर से ही सदा लड़ता। नहीं डरता कहानी सुन, कलुश,कंटक,कुहासों की। हमेशा…

Comments Off on हस्ती दीप-सी मेरी

तो समझो आ गई होली

अमल श्रीवास्तव  बिलासपुर(छत्तीसगढ़) ********************************************************************* लगाए जख्म में मरहम, वही होती मधुर बोली। हँसाती,गुदगुदाती,छेड़ती, महके ओ हमजोली॥ यूँ तो जीवन हुआ पतझड़, औऱ काँटों भरी राहें। अगर मधुमास दिख जाए, तो…

Comments Off on तो समझो आ गई होली

राजनीतिक शुचिता की महती आवश्यकता

अमल श्रीवास्तव  बिलासपुर(छत्तीसगढ़) ********************************************************************* गुरु गोविंद सिंह जी हमेशा एक हाथ में माला और एक हाथ में भाला की बात करते थे,आज के समय में माला का अर्थ है- धर्म…

Comments Off on राजनीतिक शुचिता की महती आवश्यकता

`अमल` को मिला `साहित्य प्रहरी` सम्मान

दिल्लीl ख्यात कवि,लेखक और समाजसेवी डॉ. शिव शरण `अमल` को फिर सम्मान मिला हैl सर्वोदय साहित्य मंच (दिल्ली) द्वारा आपको `साहित्य प्रहरी` सम्मान से विभूषित किया गया है। बता दें…

Comments Off on `अमल` को मिला `साहित्य प्रहरी` सम्मान

शहीदों को श्रंद्धाजलि

अमल श्रीवास्तव  बिलासपुर(छत्तीसगढ़) ********************************************************************* घर का प्रणाम,परिवार का प्रणाम तुम्हें, गाँव,गली,खेत,खलिहान,का प्रणाम है। राह में रुके नहीं,और फर्ज से भी डिगे नहीं, मरते हुए भी किया ध्वज को प्रणाम है।…

Comments Off on शहीदों को श्रंद्धाजलि

सैनिक की आवाज

अमल श्रीवास्तव  बिलासपुर(छत्तीसगढ़) ********************************************************************* मैं भारत माँ का बेटा हूँ, इसी का गान करता हूँ। धारा चंदन-सी पावन का, सदा सम्मान करता हूँ। मुझे चिंता न रहने की, न जीने…

Comments Off on सैनिक की आवाज