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देशहित में आरक्षण व अजा-जजा अधिनियम की समीक्षा जरूरी

अमल श्रीवास्तव 
बिलासपुर(छत्तीसगढ़)

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वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार ने देशहित में काफी अच्छे निर्णय लिए हैं,जैसे-३७०,तीन तलाक,सीएएफ, एनपीआर,एनसीआर,राम मंदिर व सर्जिकल स्ट्राइक आदि,परन्तु एससी-एसटी(अजा-जजा)अधिनियम में सबसे बड़ी अदालत यानी उच्चतम न्यायालय के फैसले को पलटना,बिना समीक्षा किए जातिगत आरक्षण को १० साल के लिए बढ़ाना और पदोन्नति में आरक्षण का समर्थन करने से उनकी ‘सबका साथ सबका विकास’ वाली बात सिर्फ जुमला साबित हुई है। इसीलिए उनके परम्परागत मतदाता या तो मत नहीं डाल रहे या फिर ‘नोटा’ को मत दे रहे हैं। इसी कारण बीते दिनों मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ़, कर्नाटक,राजस्थान,झारखंड,दिल्ली तथा महाराष्ट्र में भाजपा की लगातार हार हुई है। आगे बिहार में भी हार की पूरी संभावना है। अभी भी भाजपा के पास वक्त है,इन मुद्दों पर गंभीरता पूर्वक विचार करे और २०२४ के पहले कुछ ठोस फैसला करे। यही भाजपा के हित में है,समाज के हित में है और देश के हित में भी है। दरअसल,जातिगत आरक्षण के कारण कुछ गिने-चुने बड़े लोग ही फायदा उठाते हैं,जबकि असली वंचित-पीड़ित कोई लाभ नहीं ले पाते। एससी-एसटी अधिनियम का लोग व्यक्तिगत दुश्मनी निकालने हेतु दुरपयोग भी कर रहे हैं। भाजपा को चाहिए कि ‘सबका साथ सबका विकास’ वाली नीति को धरातल पर बिना किसी का तुष्टीकरण किए लागू करे।
आर्थिक रूप से सभी कमजोर लोग,अनाथ, दिव्यांग,उम्रदराज विधवा,परित्यकता, अविवाहित महिलाओं को भी आरक्षण के दायरे में लाया जाए,और कुल आरक्षण ५० प्रतिशत से ज्यादा ना हो। यह आरक्षण पढ़ाई में नौकरी लगने तक या अपना रोजगार शुरू करने तक ही हो,तथा पदोन्नति में आरक्षण नहीं होना चाहिए। इसके साथ ही बहु विवाह, हलाला प्रथा,जनसंख्या नियंत्रण,समान नागरिक संहिता,गौ माता को राष्ट्रीय पालतू पशु घोषित करने जैसे मुद्दों पर भी सरकार काम करे। यह सभी मुद्दे समाज और राष्ट्रहित में है,जिनसे भाजपा को भी फायदा मिलेगा।

परिचय–रायपुर में बैंक में वरिष्ठ प्रबंधक के पद पर कार्यरत अमल श्रीवास्तव का वास्तविक नाम शिवशरण श्रीवास्तव हैl `अमल` इनका उपनाम है,जो साहित्यकार मित्रों ने दिया हैl अमल का जन्म म.प्र. के कटनी जिले के ग्राम करेला में हुआ हैl आपने गणित विषय से बी.एस-सी.की करके बैंक में नौकरी शुरू कीl ३ विषय (हिंदी,संस्कृत,राजनीति शास्त्र)में एम.ए. किया हैl रामायण विशारद की भी शिक्षा प्राप्त की है,तो पत्रकारिता एवं आलेख संरचना का प्रशिक्षण भी लिया हैl भारतीय संगीत में आपकी रूचि है,इसलिए संगीत में कनिष्ठ डिप्लोमा तथा ज्योतिष में भी डिप्लोमा प्राप्त किया हैl सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया में खजांची, सहायक प्रबंधक,प्रबंधक आदि पदों पर काम कर चुके श्री श्रीवास्तव का वर्तमान में एम.बी.ए. जारी है,जबकि पीएच.-डी. में स्वर्ण पदक प्राप्त किया है। शतरंज के उत्कृष्ट खिलाड़ी,वक्ता और कवि श्री श्रीवास्तव कवि सम्मलेनों-गोष्ठियो में भाग लेते रहते हैंl मंच संचालन में महारथी अमल जी की लेखन विधा-गद्य एवं पद्य हैl देश के नामी पत्र-पत्रिकाओं में आपकी रचनाएँ प्रकाशित होती रही हैंl रचनाओं का प्रसारण आकाशवाणी केन्द्रों से भी हो चुका हैl विभिन्न धार्मिक,सामाजिक,साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्थाओं से जुड़े होकर प्रांतीय पदाधिकारी भी हैंl गायत्री परिवार से भी जुड़े होकर कई प्रतियोगिताओं में भाग लेकर पुरस्कृत होते रहे हैंl महत्वपूर्ण उपलब्धि आपके प्रथम काव्य संकलन ‘अंगारों की चुनौती’ का म. प्र. हिंदी साहित्य सम्मलेन द्वारा प्रकाशन एवं तत्कालीन मुख्यमंत्री सुन्दरलाल पटवा द्वारा उसका विमोचन सहित राज्यपाल दिनेश नंदन सहाय द्वारा सम्मानित किया जाना हैl

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