हम नहीं लिख सकते हैं
डाॅ.आशा सिंह सिकरवारअहमदाबाद (गुजरात ) **************************************************************** महामारी,भूखपाँव के छाले,रक्त रंजित पटरियांअब उड़ा ले जाएंगे,पानी के साथ आंधी-तूफान भीउनके हिस्से के दर्द…हम नहीं लिख सकते हैं। कठिन यात्रा के दौरान,बच्चों की भूख-प्यास-नींद के बारे मेंथककर किस पेड़ की छाँव में,ली होगी शरण ?वहां बुद्ध नहीं होंगे…हम नहीं लिख सकते हैं। गर देख लेते,बच्चों की पीठ से बहता … Read more