आँखें न पढ़ सके तुम
सोमा सिंह ‘विशेष’गाजियाबाद(उत्तरप्रदेश)******************************** काव्य संग्रह हम और तुम से आँखें न पढ़ सके तुम,जज्बात क्या पढ़ोगे। न तुमको कभी दिखा है,मेरे दिल का वो खाली कोना। तुमसे छुपा लिया था,मन का अधीर होना। मेरी हसरतों में तुम हो,मैं तुमसे कैसे कह दूँ। मेरे हमनवा बनो तो,लहरों में तेरी बह दूँ। मेरा इश्क़ अब वो शै … Read more