सौंधी महक-सा घर

डॉ.सोना सिंह इंदौर(मध्यप्रदेश)************************************** कुछ दीवारें गारे मिट्टी की,कुछ दीवारें चूने सीमेंट कीकुछ दीवारें ईंट पत्थर की,हर दीवार में बसी थी खुशबू एक घर की। घर में जल रहा है चूल्हा,चूल्हे में पक रही है दालदाल कर रही है कमाल। कड़ाही में तेल और उसमें डाली पूरी,फूल गई पूरी किसी डांट पड़े बच्चे के गाल की तरह। … Read more

ढाक के तीन पात

डॉ.सोना सिंह इंदौर(मध्यप्रदेश)************************************** बहुत पहले सुनी थी एक कहावत,कहा करते थे दादी और नानीहोते हैं ‘ढाक के तीन पात’,बाद में पिताजी ने पकड़ ली उनकी बात।कहते रहते हैं ढाक के तीन ही पात,हम सब हँसते ताना कसतेउन्हें कहते कुंए का मेंढक,कहते रहते तुम नहीं समझोगे।जब आई अपनी बारी,घूम आए दुनिया सारीयाद आई बात पुरानी,पिताजी ने पकड़ … Read more

बदल गए…

डॉ.सोना सिंह इंदौर(मध्यप्रदेश)************************************************** जब हम छोटे थे,छोटे थे हाथ हमारे,छोटा-सा था घर,छोटी-सी थी दीवारें।दिवाली पर आने वाली कूची जरूर बड़ी थी,बड़े थे सपने और उससे बड़ी-सी खुशियाँ।जब हम बड़े हो गए,घर भी बड़े हो गए,बड़ी हो गई घर की दीवारें,हमारे हाथ भी बड़े हो गए।कूंची छोटी हो गई,बदल गए दीवारों पर लगने वाले रंग।बड़े हो गए … Read more

चरित्र को सार्थक करो..

डॉ.सोना सिंह  इंदौर(मध्यप्रदेश) ********************************************************************* इतिहास किसने है लिखा हमें यह ज्ञात नहीं, कुल-गोत्र-वंश क्या है!! यह किसने दिया ज्ञात नहीं, आर्य है यादव! यह बात हमको ज्ञात नहीं। चित्र विचित्र है, परंतु यदि चरित्र है तुम्हारा चरित्र है या देश का, क्यों व्यर्थ वादे करते हो! नित नया विवाद करते हो चित्र विचित्र है परंतु … Read more