पृथ्वी

तृप्ति तोमर  भोपाल (मध्यप्रदेश) ********************************************************************* विश्व धरा दिवस स्पर्धा विशेष……… पृथ्वी है हमारी घर,जीवनदायिनी, है नारी की भाँति सर्वगुण सम्पन्न गृहिणी। उपजे इस पृथ्वी पर अनेक वीर, पृथ्वी को बचाने दुश्मन पर चलाये तीर। प्रकृति के अनेक रंग से सजी पृथ्वी, जीवन के हर साज से निखरती पृथ्वी। सात रंग के रंगों से सजा इसका … Read more

नारी इक अदभुत रचना

तृप्ति तोमर  भोपाल (मध्यप्रदेश) ********************************************************************* ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… कभी कही,कभी अनकही कविता, इसका जीवन तो है बहती सरिता। नारी है इक सुलझी-अनसुलझी पहेली, इसका हर इक रूप है मानो जैसे सहेली। खुद ही खुद की है इक अनोखी पहचान, अपनी ही शक्ति से रहती अनजान। लेती है हर कदम पर नया रुप, कभी … Read more

देश का `अभिनंदन`

तृप्ति तोमर  भोपाल (मध्यप्रदेश) **************************************** जिस योद्धा ने बढ़ाया देश का मान, उस शूरवीर का ही नाम है अभिनंदन। जिसने दुश्मन देश में जाकर लगाई जयकार, जो मौत के मंजर से भी नहीं घबराया। पाक में भी किया अपनी वीरता का प्रदर्शन, फिर शुरू हुआ पाकिस्तान में रुदन। हर स्थिति में कायम रहा उनका पराक्रम, … Read more