भोपाल (मध्यप्रदेश)
जिस योद्धा ने बढ़ाया देश का मान,
उस शूरवीर का ही नाम है अभिनंदन।
जिसने दुश्मन देश में जाकर लगाई जयकार,
जो मौत के मंजर से भी नहीं घबराया।
पाक में भी किया अपनी वीरता का प्रदर्शन,
फिर शुरू हुआ पाकिस्तान में रुदन।
हर स्थिति में कायम रहा उनका पराक्रम,
किसी भी कोशिश से नहीं डिगा संयम।
आज फिर हुआ इनका पुनर्जन्म,
पूरे देश में है हँसी-खुशी का आलम।
अभिनंदन
ने पाक में भी भारत की दिलेरी को रखा जिंदा,
दुश्मन देश में भी वीर ने दुश्मन के नापाक मंसूबे को रौंदा।
जाबांज ने पूरी दुनिया में भारत का डंका बजाया,
अपने साथ भारत के शौर्य का परचम लहरायाll
परिचय-तृप्ति तोमर पेशेवर लेखिका नहीं है,पर प्रतियोगी छात्रा के रुप में जीवन के रिश्तों कॊ अच्छा समझती हैं।यही भावना इनकी रचनाओं में समझी जा सकती है। आपका साहित्यिक उपनाम-तृष्णा है। जन्मतिथि २० जून १९८६ एवं जन्म स्थान-विदिशा(म.प्र.) है। वर्तमान में भोपाल के जनता नगर-करोंद में निवास है। प्रदेश के भोपाल से ताल्लुक रखने वाली तृप्ति की लेखन उम्र तो छोटी ही है,पर लिखने के शौक ने बस इन्हें जमा दिया है। एम.ए. और पीजीडीसीए शिक्षित होकर फिलहाल डी.एलएड. जारी है। आप अधिकतर गीत लिखती हैं। एक साझा काव्य संग्रह में रचना प्रकाशन और सम्मान हुआ है।