मजदूरों की यात्रा पर राजनीति

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** भारत सरकार ने यह फैसला देर से किया लेकिन अच्छा किया कि प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के लिए रेलें चला दीं। यदि बसों की तरह रेलें भी गैर-सरकारी लोगों के हाथ में होतीं या राज्य सरकारों के हाथ में होतीं वे उन्हें कब की चला देते। करोड़ों मजदूरों की … Read more

घर-वापसी सहित भेषज-चूर्ण देना लाभकारी

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** केन्द्र सरकार ने यह बुद्धिमानी का काम किया कि दूसरी ‘तालाबंदी’ खुलने के पहले करोड़ों मजदूरों, पर्यटकों,छात्रों और यात्रियों की घर वापसी की घोषणा कर दी। यदि यह घोषणा अभी तीन-चार दिन पहले नहीं होती तो इसके परिणाम अत्यंत भयंकर हो सकते थे। ४ मई की सुबह ही लाखों मजदूर … Read more

कोरोनाःवियतनाम से सीखें सभी

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** क्या दुनिया में कोई ऐसा भी देश है,जहां ‘कोरोना’ की वजह से अब तक एक भी आदमी मरा न हो ? जी हाँ,ऐसा एक देश है,जिसका नाम वियतनाम है। लगभग साढ़े ९ करोड़ की जनसंख्यावाला यह देश चीन का एकदम पड़ौसी है। यह साम्यवादी पार्टी द्वारा शासित देश है। इसके … Read more

कोरोनाःसुखद,हार की शुरुआत

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** ‘कोरोना’ पर भारत ने जैसी लगाम लगाई है,वह सारी दुनिया के लिए आश्चर्य और ईर्ष्या का विषय हो सकता है। सारी दुनिया में इस महामारी से लगभग डेढ़ लाख लोग मर चुके हैं और २२ लाख से ज्यादा संक्रमित हो चुके हैं। जिन देशों में हताहतों की संख्या भारत से … Read more

प्रधानमंत्री का भाषण:सराहनीय,साथ लेकर चलना प्रशंसनीय

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** ‘कोरोना’ पर प्रधानमंत्री के संदेश से जो लोग यह आस लगाए बैठे थे कि वे तालाबंदी में ढील की घोषणा करेंगे,उन्हें निराशा जरुर हुई होगी लेकिन उन्हें संतोष भी हुआ होगा कि उन्होंने २० अप्रैल से उसके शुरु होने का संकेत दिया है। कहां-कितनी ढील दी जाएगी,यह उन्होंने स्थानीय प्रशासनों … Read more

कोरोना:भारत सबसे बेहतर

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** ‘कोरोना’ महामारी से पीड़ित सारे देशों के आँकड़े देखें तो भारत शायद सबसे कम पीड़ित देशों की श्रेणी में आएगा। दुनिया के पहले १० देशों में अमेरिका से लेकर बेल्जियम तक के नाम हैं लेकिन भारत का कहीं भी जिक्र तक नहीं है। यदि भारत की जनसंख्या के हिसाब से … Read more

कोरोनाःअपना फर्ज निभाएं नागरिक

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** हमारे देश के चिकित्सक,नर्स, पुलिसकर्मी और सरकारी कर्मचारी कितनी लगन से ‘कोरोना’ मरीजों की सेवा कर रहे हैं और समाजसेवियों के तो कहने ही क्या ? उनकी निस्वार्थ समाजसेवा ही आज भारत को दुनिया की पुण्यभूमि बना रही है,लेकिन जिस बात को लेकर आज भयंकर धक्का लगा और हर इंसान … Read more

धर्म के प्रचारक या मौत के…

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** पिछले दिनों से लिखता रहा और बोलता रहा कि ‘कोरोना’ से डरो ना। कोरोना भारत में उसी तरह फैल नहीं सकता,जिस तरह वह अन्य देशों में फैला है,लेकिन अब राय उलटनी पड़ रही है,क्योंकि सैकड़ों लोग रोज़ाना कोरोना के जाल में फंस रहे हैं। यह क्यों हो रहा है ?,क्योंकि … Read more

`कोरोना` के लिए घरेलू नुस्खे कारगर,हानि तो कतई नहीं

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** भारत की केन्द्रीय सरकार और प्रांतीय सरकारें जिस मुस्तैदी से कोरोना-युद्ध लड़ रही हैं,वह हमारे सारे दक्षिण एशिया के राष्ट्रों के लिए अनुकरणीय है। खुशी है कि अब हमारे सरकारी टी.वी. चैनलों ने शरीर की प्रतिरोध-शक्ति बढ़ानेवाले घरेलू नुस्खों का प्रचार शुरु कर दिया है। सभी से कह रहा हूँ … Read more

कोरोनाःरेलें और बसें तुरंत चलाएं

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** ‘तालाबंदी'(लाॅकडाउन) की ज्यों ही घोषणा हुई,कुछ टी.वी. चैनलों पर कहा था कि यह ‘तालाबंदी’ बीमारी ‘कोरोना’ से भी ज्यादा खतरनाक सिद्ध हो सकती है। कोरोना से पिछले दो हफ्तों में २० लोग भी नहीं मरे हैं और १००० लोग भी उसके मरीज़ नहीं हुए हैं लेकिन शहरों और कस्बों में … Read more