घर में बने रहो
विनोद सोनगीर ‘कवि विनोद’ इन्दौर(मध्यप्रदेश) *************************************************************** लक्ष्मण रेखा खींचकर खुद पर करो उपकार, घर के अंदर ही बने रहो,नहीं पढ़ोगे बीमार। २१ दिन की अवधि ये तुम जो लोगे काट, जीवन रहेगा सलामत सबका,और बने रहेंगे ठाठ। राशन,सब्जी,दूध,दवा की नहीं रहेगी मंदी, घर के घर में ही बने रहो,ना करो बाहर संधि। जीवन को जीने … Read more