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राष्ट्र के सच्चे हितैषी

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’
बिलासपुर (छत्तीसगढ़)

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श्री अटल बिहारी वाजपेई:कवि व्यक्तित्व : स्पर्धा विशेष……….

श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी,
की कवि व्यक्तित्व वाली शैली थी।

थे प्रधानमंत्री भारतवर्ष के,
राष्ट्र के सच्चे हितैषी थे वही।
श्री अटल बिहारी…

पत्रकार थे प्रखर वक्ता भी वही रहे,
बात अपने दिल की वे कविता में कहते रहे।
मानवता की मिसाल,खोट बिन अटल जी थे,
अपने कविता पाठ में,कहते थे सब प्रेम से।
प्रेम से,प्रेम से,प्रेम से,
श्री अटल बिहारी…

एक युग वो रच गए,काम से सत्कर्म के,
पोखरण दिखा दिया जग को राष्ट्र धर्म में।
रच गए इतिहास वो,जो छुपा था दुनिया से,
प्रेम सबसे था उन्हें,कर गए सब प्रेम से।
प्रेम से,प्रेम से,प्रेम से।
श्री अटल बिहारी…ll

परिचय-हीरा सिंह चाहिल का उपनाम ‘बिल्ले’ है। जन्म तारीख-१५ फरवरी १९५५ तथा जन्म स्थान-कोतमा जिला- शहडोल (वर्तमान-अनूपपुर म.प्र.)है। वर्तमान एवं स्थाई पता तिफरा,बिलासपुर (छत्तीसगढ़)है। हिन्दी,अँग्रेजी,पंजाबी और बंगाली भाषा का ज्ञान रखने वाले श्री चाहिल की शिक्षा-हायर सेकंडरी और विद्युत में डिप्लोमा है। आपका कार्यक्षेत्र- छत्तीसगढ़ और म.प्र. है। सामाजिक गतिविधि में व्यावहारिक मेल-जोल को प्रमुखता देने वाले बिल्ले की लेखन विधा-गीत,ग़ज़ल और लेख होने के साथ ही अभ्यासरत हैं। लिखने का उद्देश्य-रुचि है। पसंदीदा हिन्दी लेखक-कवि नीरज हैं। प्रेरणापुंज-धर्मपत्नी श्रीमती शोभा चाहिल हैं। इनकी विशेषज्ञता-खेलकूद (फुटबॉल,वालीबाल,लान टेनिस)में है।

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