कुल पृष्ठ दर्शन : 27

You are currently viewing आए हैं श्री श्याम

आए हैं श्री श्याम

डॉ.एन.के. सेठी
बांदीकुई (राजस्थान)

*********************************************

कृष्ण जन्माष्टमी विशेष…

कृष्ण कन्हैया ने लिया, धरती पर अवतार।
ब्रज वसुधा पावन हुई, झूम उठे नर नार॥

देने लगे बधाइयां, पुरवासी ब्रजधाम।
नन्द यशोदा गेह में, आए हैं श्री श्याम॥

माखन मिश्री भोग ही, खाते कृष्ण मुरार।
घर-घर खुशियाँ छा रही,आए पालनहार॥

मोर मुकुट मस्तक सजे, घुँघराले हैं केश।
होंठों पर मुरली मधुर, पीत वर्ण हैं वेश॥

संग गोपियाँ नाचती, कृष्ण रचाए रास।
ऋषि मुनि सुर मानुष सभी, आए उनके पास॥

परिचय-पेशे से अर्द्ध सरकारी महाविद्यालय में प्राचार्य (बांदीकुई,दौसा) डॉ.एन.के. सेठी का बांदीकुई में ही स्थाई निवास है। १९७३ में १५ जुलाई को बड़ियाल कलां,जिला दौसा (राजस्थान) में जन्मे नवल सेठी की शैक्षिक योग्यता एम.ए.(संस्कृत,हिंदी),एम.फिल.,पीएच-डी.,साहित्याचार्य, शिक्षा शास्त्री और बीजेएमसी है। शोध निदेशक डॉ.सेठी लगभग ५० राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठियों में विभिन्न विषयों पर शोध-पत्र वाचन कर चुके हैं,तो कई शोध पत्रों का अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशन हुआ है। पाठ्यक्रमों पर आधारित लगभग १५ से अधिक पुस्तक प्रकाशित हैं। आपकी कविताएं विभिन्न पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं। हिंदी और संस्कृत भाषा का ज्ञान रखने वाले राजस्थानवासी डॉ. सेठी सामाजिक गतिविधि के अंतर्गत कई सामाजिक संगठनों से जुड़ाव रखे हुए हैं। इनकी लेखन विधा-कविता,गीत तथा आलेख है। आपकी विशेष उपलब्धि-राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठियों में शोध-पत्र का वाचन है। लेखनी का उद्देश्य-स्वान्तः सुखाय है। मुंशी प्रेमचंद इनके पसंदीदा हिन्दी लेखक हैं तो प्रेरणा पुंज-स्वामी विवेकानंद जी हैं। देश और हिंदी भाषा के प्रति आपके विचार-
‘गर्व हमें है अपने ऊपर,
हम हिन्द के वासी हैं।
जाति धर्म चाहे कोई हो,
हम सब हिंदी भाषी हैं॥’