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एक माँ को भी…

बबीता प्रजापति 
झाँसी (उत्तरप्रदेश)
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माँ और हम (मातृ दिवस विशेष)….

एक माँ को भी,
ममता की जरूरत होती है
जब वो नवजात की माँ बनती है।

रात-रात भर जागकर,
जब फटने लगता है सर
तब जरूरत होती है,
एक ममतामयी माँ की
जो अपना हाथ उसके सिर पर रख सके,
और महसूस करे उसके दर्द को।

छटपटाती है जब वो,
शिशु के रात भर रोने पर
तब जरूरत होती है उसे,
एक करुणामयी माँ की
जो उसके शिशु के साथ,
उसके चेहरे पर मुस्कान ला दे।

हाँ,
एक माँ को भी
ममता की जरूरत होती है, जब वो
थकी-हारी आफिस से घर आती है,
बॉस की फटकार खाती है
तब लगता है माँ के हाथ का स्पर्श मिल जाए,
पर…
हाय री! अभागी!
तेरे जीवन में तो बस एक ही माँ आती है।
जो तेरा दर्द-दु:ख गहराई से समझ पाती है॥