डॉ.अशोक
पटना(बिहार)
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मित्रता और जीवन…

मित्रता जीवन का सुन्दर उपहार है,
संसार का तय सर्वोत्तम संस्कार है।
दुःख का सहयोगी और एक परामर्शक,
है जिंदगी का सबसे उज्जवल प्रर्दशक।
मित्रता में बस एक प्यार ही प्यार है,
जिंदगी का सबसे गहरा यह सार है।
हर मुश्किल वक्त का बनता सहारा है,
जीवन में खुशहाली का उजियारा है।
मित्रता मानव के जीवन का अपूर्व सम्बन्ध है,
जिंदगी के हर मुश्किल वक्त का अनुबंध है।
जिसे सच्चा मित्र मिला, वह सबसे धनवान है,
हर पल, हर क्षण वह यहां एक उन्नत इन्सान है।
जीवन में मित्रता एक वरदान सा खूबसूरत रिश्ता है,
यह मजबूत इरादों से सुकून देने वाला फरिश्ता है।
जिंदगी के सफ़र में आगे बढ़ने का उपाय बताता है,
मुसीबत से निकलने की सुन्दर राह दिखलाता है।
गलत राह पर चलने से हर पल-हर क्षण रोड़ा बन जाता है,
सही सलाहकार बनकर हमें सुरक्षित दिशा दिखलाता है।
आओ हम-सब मिलकर यहां एक उन्नत योजना बनाएं,
जिंदगी के सफ़र में आगे बढ़ने के लिए मित्रता की गाड़ी में सवार हो जाएं॥
परिचय–पटना(बिहार) में निवासरत डॉ.अशोक कुमार शर्मा कविता,लेख,लघुकथा व बाल कहानी लिखते हैं। आप डॉ.अशोक के नाम से रचना कर्म में सक्रिय हैं। शिक्षा एम.काम.,एम.ए.(राजनीति शास्त्र,अर्थशास्त्र, हिंदी,इतिहास,लोक प्रशासन एवं ग्रामीण विकास) सहित एलएलबी,एलएलएम,सीएआईआईबी, एमबीए व पीएच-डी.(रांची) है। अपर आयुक्त (प्रशासन)पद से सेवानिवृत्त डॉ. शर्मा द्वारा लिखित अनेक लघुकथा और कविता संग्रह प्रकाशित हुए हैं,जिसमें-क्षितिज,गुलदस्ता, रजनीगंधा (लघुकथा संग्रह) आदि है। अमलतास,शेफालीका,गुलमोहर, चंद्रमलिका,नीलकमल एवं अपराजिता (लघुकथा संग्रह) आदि प्रकाशन में है। ऐसे ही ५ बाल कहानी (पक्षियों की एकता की शक्ति,चिंटू लोमड़ी की चालाकी एवं रियान कौवा की झूठी चाल आदि) प्रकाशित हो चुकी है। आपने सम्मान के रूप में अंतराष्ट्रीय हिंदी साहित्य मंच द्वारा काव्य क्षेत्र में तीसरा,लेखन क्षेत्र में प्रथम,पांचवां,आठवां स्थान प्राप्त किया है। प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर के अखबारों में आपकी रचनाएं प्रकाशित हुई हैं।