अजय जैन ‘विकल्प’
इंदौर(मध्यप्रदेश)
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हनुमान जन्मोत्सव विशेष…
बुद्धि के दाता,
अतुलित चरित्र-
हैं हनुमान।
सिद्धि सागर,
भक्ति-चातुर्य भरे-
पवनपुत्र।
अनूठे दास,
करे सगरे काज-
हो समर्पित ।
वीरों में वीर,
असुर हुए चित-
अंजनीपुत्र।
वीरों में वीर,
हर कला निपुण-
हैं महावीर।
लोकनायक,
प्रबल पूजनीय-
सच्चे सेवक।
जाति से परे,
धनी हैं अलौकिक-
वचन खरे।
सेतु बनाया,
हो गई लंका भस्म-
पाई जानकी।
पूर्ण दिव्यता,
हैं महाबलशाली-
संकटहर्ता।
अटूट भक्ति,
कण-कण में राम-
है शक्तिपुंज।
हृदय चीरा,
बसे राम जानकी-
अटूट प्रेम॥