रायपुर (छ्ग)।
‘छंदबद्ध वृहत् हिंदी व्याकरण’ (विश्व के व्याकरणों में प्रथम छंदबद्ध रूपांतरित व्याकरण) रूपी ऐतिहासिक ग्रंथ का विमोचन राष्ट्रीय कवि संगम के तत्वावधान में वृंदावन सभागार (रायपुर, छत्तीसगढ़) में अत्यंत भव्यता से हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. पी.सी. लाल यादव ने की।
इस आयोजन में विशिष्ट अतिथि छत्तीसगढ़ी फिल्मोद्योग व संगम के प्रान्त अध्यक्ष योगेश अग्रवाल, छंद के छ के अध्यक्ष अरुण निगम, वरिष्ठ साहित्यकार रामेश्वर शर्मा, महेश शर्मा, कमल शर्मा तथा ‘गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ से प्रांत प्रभारी सोनल शर्मा उपस्थित रहे। डॉ. विनय कुमार पाठक (पूर्व अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग) भी आमंत्रित अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। अपने सृजन के माध्यम से अंजना सिन्हा ‘सखी’ ने भी इसमें सक्रिय सहभागिता की, जिसे रिकॉर्ड में दर्ज किया गया।
इस साझा कृति में १११ रचनाकारों ने योगदान दिया है। संपादन डॉ. इंद्राणी साहू, डॉ. पद्मा साहू व डॉ. नीरामणि श्रीवास ने किया है। मुम्बई से राजकुमार छापड़िया और भोपाल से माधुरी दुबे की विशेष उपस्थिति में आयोजन का संचालन डॉ. ओमकार साहू ‘मृदुल’ ने किया।