डॉ.अशोक
पटना(बिहार)
***********************************
ज़िन्दगी एक सवाल है,
अच्छे वक्त का रहता इंतजार है
हमें उधेड़बुन में नहीं रहने की जरूरत है,
यहां बस अच्छे सोच का रखना ख्याल है।
कर्तव्य पथ पर अग्रसर हों,
नियती पर विश्वास रखें
ज़िन्दगी एक सवाल है,
हरपल ध्यान रखें।
विपत्तियों से निपटने में,
सहर्ष मन से उन्नत भाव निकले
नियती पर विश्वास करने लायक,
सम्बल और मजबूत प्रवाह उपजे।
अच्छे कर्म और व्यवहार में,
परिणाम अच्छे आते हैं
ज़िन्दगी सुनसान न बने,
यह ख्याल सामने साथ ही
उत्पन्न हो जाते हैं।
यह ढंग नहीं कर्तव्य पथ है,
संग्राम में भाग लेने का सच है
सारी दुनिया में एक ही बात उदय होने पर है,
विश्वास और नियती पर संग्राम उच्च स्तर पर है।
मुश्किल पलों में भी खुशी से सबका भला सोचें,
नियती की करतूतों पर गम्भीरता से विचार रखें
ज़िन्दगी एक सवाल है,
इसका हल सोचें।
मुश्किल क्षणों तक,
यह बात गम्भीरता से लेते हुए
नैतिक मूल्यों को बढ़ावे की बात करें,
ज़िन्दगी सुनसान न हो
उस पर गम्भीरता से विचार करने वाले,
महत्वपूर्ण तत्वों को सदा सींचें।
आओ हम-सब मिलकर,
एक समृद्ध योजना बनाएं
राष्ट्रीय स्वाभिमान और सम्मान के लिए,
उद्यम पर कार्य करने की
नवोन्मेष शुरुआत करने वाले लोगों की।
प्रतिपादित योजनाओं को,
सदैव हृदय से आभार व्यक्त करते हुए सोचें॥
परिचय–पटना(बिहार) में निवासरत डॉ.अशोक कुमार शर्मा कविता,लेख,लघुकथा व बाल कहानी लिखते हैं। आप डॉ.अशोक के नाम से रचना कर्म में सक्रिय हैं। शिक्षा एम.काम.,एम.ए.(राजनीति शास्त्र,अर्थशास्त्र, हिंदी,इतिहास,लोक प्रशासन एवं ग्रामीण विकास) सहित एलएलबी,एलएलएम,सीएआईआईबी, एमबीए व पीएच-डी.(रांची) है। अपर आयुक्त (प्रशासन)पद से सेवानिवृत्त डॉ. शर्मा द्वारा लिखित अनेक लघुकथा और कविता संग्रह प्रकाशित हुए हैं,जिसमें-क्षितिज,गुलदस्ता, रजनीगंधा (लघुकथा संग्रह) आदि है। अमलतास,शेफालीका,गुलमोहर, चंद्रमलिका,नीलकमल एवं अपराजिता (लघुकथा संग्रह) आदि प्रकाशन में है। ऐसे ही ५ बाल कहानी (पक्षियों की एकता की शक्ति,चिंटू लोमड़ी की चालाकी एवं रियान कौवा की झूठी चाल आदि) प्रकाशित हो चुकी है। आपने सम्मान के रूप में अंतराष्ट्रीय हिंदी साहित्य मंच द्वारा काव्य क्षेत्र में तीसरा,लेखन क्षेत्र में प्रथम,पांचवां,आठवां स्थान प्राप्त किया है। प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर के अखबारों में आपकी रचनाएं प्रकाशित हुई हैं।