कुल पृष्ठ दर्शन : 207

You are currently viewing खेल का खुमार

खेल का खुमार

रश्मि लता मिश्रा
बिलासपुर (छत्तीसगढ़)
******************************************************************
वर्ल्ड कप क्रिकेट का,
छाया हुआ खुमार है
हर क्रिकेट प्रेमी राष्ट्र हेतु,
करे जीत की मनुहार है।
प्रशंसकों की तालियाँ,
बढ़ा रहीं उत्साह।
खिलाड़ियों के हौंसले हैं,
दर्शकों की चाह।
सब अपनी-अपनी टीम हेतु,
दुआ करते नज़र आते
लगते हैं छक्के तो,
खुशी से झूम जाते।
क्रिकेट की छवि रही,
फिल्मों में सदा।
बिजलानी,शर्मिला,अनुष्का,
हुई क्रिकेटरों पर फिदा।
क्रिकेट का जादू आज,
सिर चढ़कर बोलता है।
सबके मान-सम्मान का,
सवाल रहता है,जिताने हेतु
अपनी टीम-हर प्रशंसक,
फ़िक्र में बेहाल रहता हैll

परिचय-रश्मि लता मिश्रा का बसेरा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) में है। जन्म तारीख़ ३० जून १९५७ और जन्म स्थान-बिलासपुर है। स्थाई रुप से यहीं की निवासी रश्मि लता मिश्रा को हिन्दी भाषा का ज्ञान है। छत्तीसगढ़ से सम्बन्ध रखने वाली रश्मि ने हिंदी विषय में स्नातकोत्तर की शिक्षा प्राप्त की है। आपका कार्यक्षेत्र-शिक्षण(सेवानिवृत्त शिक्षिका )रहा है। सामाजिक गतिविधि के अन्तर्गत समाज में उपाध्यक्ष सहित कईं सामाजिक-साहित्यिक संस्थाओं में भी पदाधिकारी हैं। सभी विधा में लिखने वाली रश्मि जी के २ भजन संग्रह-राम रस एवं दुर्गा नवरस प्रकाशित हैं तो काव्य संग्रह-‘मेरी अनुभूतियां’ एवं ‘गुलदस्ता’ का प्रकाशन भी होना है। कईं पत्र-पत्रिकाओं में इनकी रचनाएं प्रकाशित हैं। प्राप्त सम्मान-पुरस्कार में-भावांजलि काव्योत्सव,उत्तराखंड की जिया आदि प्रमुख हैं। आपकी लेखनी का उद्देश्य-नवसृजन एवं हिंदी भाषा के उन्नयन में सहयोग करना है। पसंदीदा हिन्दी लेखक-सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ एवं मुंशी प्रेमचंद हैं। प्रेरणापुंज-मेहरून्निसा परवेज़ तथा महेश सक्सेना हैं। देश और हिंदी भाषा के प्रति आपके विचार-“हिंदी भाषा देश को एक सूत्र में बांधने का सशक्त माध्यम है।” जीवन लक्ष्य-निज भाषा की उन्नति में यथासंभव योगदान जो देश के लिए भी होगा।

Leave a Reply