राजेश पुरोहित
झालावाड़(राजस्थान)
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करवा चौथ विशेष….
पूर्णिमा सम पूर्ण हो,तुम ही सम्पूर्ण हो,
इस नीलाम्बर में तुम लगती परिपूर्ण हो।
चाँदनी-सी शीतल हो तुम,तुम ही सहनशील हो,
हो सादगी की प्रतिमूर्ति,तुम ही लगनशील हो।
विधाता की श्रेष्ठ कृति,सृष्टि का आधार हो,
विश्वास की नींव पर,बनाती तुम परिवार हो।
पति को परमेश्वर मान,सदा करती सम्मान हो,
करवा चौथ के चाँद से,माँगती घर की आन हो।
पति की हो उम्र लम्बी,दुआ में उठाती हाथ हो,
कंधे से कंधा मिला,तुम देती पति का साथ हो॥