कुल पृष्ठ दर्शन : 183

You are currently viewing हमारा भारत देश महान

हमारा भारत देश महान

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’
जमशेदपुर (झारखण्ड)
*******************************************

गणतंत्र दिवस विशेष….

आइए हम गाथा गाएँ अपने भारत देश की,
गौरव मेरी मातृभूमि,करती हूँ अभिमान जी
सुंदर ऋतुओं से सजी है भूमि मेरे देश की,
हाँ मैं,बातें करती हूँ अपने महान देश की।

बहती पावन गंगा यमुना नर्मदा-सी नदियाँ,
विभिन्न भेषों-भाषाओं से खिल हँसती धरा
संस्कृति इसकी है युगों से सुंदर सनातनी,
हाँ मैं,बातें करती हूँ अपने महान देश की।

तपस्वी मनु राम कृष्ण की ये जनम कर्म भूमि,
त्याग तप सत धर्म सजी रही जीवन क्यारियाँ
पावन सीता अहिल्या कुंती द्रौपदी-सी नारियाँ,
हाँ मैं,बातें करती हूँ अपने महान देश की।

वेद पुराण उपनिषद रामायण भागवत गीता,
युगों से सदा ही रहा ज्ञान सरोवर वाटिका
गुरूनानक बुद्ध विवेकानंद की माता भारती,
हाँ मैं,बातें करती हूँ अपने महान देश की।

उठी थी क्रांति की ऐसी भयंकर चिंगारियाँ,
दहाड़ती रानी लक्ष्मी बाई-सी वीर नारियाँ
उठे मंगल पांडे,नेता सुभाष की सैनिक सेना,
हाँ मैं,बातें करती हूँ अपने महान देश की।

भागे दुष्ट लुटेरे औ अंग्रेज,स्वतंत्र हुई माँ भारती,
गुँजा था वीर शहीदों का जय हिंद इंकलाबी
जीता गाँधी पटेल जी का सत्याग्रह था फला,
हाँ मैं,बातें करती हूँ अपने महान देश की।

लिए दृढ़ संकल्प सैनिक रक्षा करते सीमा की,
विपदा में जुटते बेहिचक संतानें माता की
समर्पित कर्मवीर योद्धा गाते हैं माँ भारती,
हाँ मैं,बातें करती हूँ अपने महान देश की।

सीख यहाँ त्याग प्रेम भाईचारा औ शांति,
देते वसुधैव कुटुंबकम का अनुपम संदेश जी
विज्ञान चिकित्सा शिक्षा अनेक क्षेत्रों में चली,
हाँ मैं,बातें करती हूँ अपने महान देश की।

लुभावन ताज हिमाचल से कन्याकुमारी की,
गौरवमय बढ़ रही पथ पग-पग प्रगति खिली।
गौरव मेरा कहे वृद्ध युवा बालक नर-नारी,
आइए हम गाथा गाएँ अपने भारत देश की॥

परिचय- डॉ.आशा गुप्ता का लेखन में उपनाम-श्रेया है। आपकी जन्म तिथि २४ जून तथा जन्म स्थान-अहमदनगर (महाराष्ट्र)है। पितृ स्थान वाशिंदा-वाराणसी(उत्तर प्रदेश) है। वर्तमान में आप जमशेदपुर (झारखण्ड) में निवासरत हैं। डॉ.आशा की शिक्षा-एमबीबीएस,डीजीओ सहित डी फैमिली मेडिसिन एवं एफआईपीएस है। सम्प्रति से आप स्त्री रोग विशेषज्ञ होकर जमशेदपुर के अस्पताल में कार्यरत हैं। चिकित्सकीय पेशे के जरिए सामाजिक सेवा तो लेखनी द्वारा साहित्यिक सेवा में सक्रिय हैं। आप हिंदी,अंग्रेजी व भोजपुरी में भी काव्य,लघुकथा,स्वास्थ्य संबंधी लेख,संस्मरण लिखती हैं तो कथक नृत्य के अलावा संगीत में भी रुचि है। हिंदी,भोजपुरी और अंग्रेजी भाषा की अनुभवी डॉ.गुप्ता का काव्य संकलन-‘आशा की किरण’ और ‘आशा का आकाश’ प्रकाशित हो चुका है। ऐसे ही विभिन्न काव्य संकलनों और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में भी लेख-कविताओं का लगातार प्रकाशन हुआ है। आप भारत-अमेरिका में कई साहित्यिक संस्थाओं से सम्बद्ध होकर पदाधिकारी तथा कई चिकित्सा संस्थानों की व्यावसायिक सदस्य भी हैं। ब्लॉग पर भी अपने भाव व्यक्त करने वाली श्रेया को प्रथम अप्रवासी सम्मलेन(मॉरीशस)में मॉरीशस के प्रधानमंत्री द्वारा सम्मान,भाषाई सौहार्द सम्मान (बर्मिंघम),साहित्य गौरव व हिंदी गौरव सम्मान(न्यूयार्क) सहित विद्योत्मा सम्मान(अ.भा. कवियित्री सम्मेलन)तथा ‘कविरत्न’ उपाधि (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ) प्रमुख रुप से प्राप्त हैं। मॉरीशस ब्रॉड कॉरपोरेशन द्वारा आपकी रचना का प्रसारण किया गया है। विभिन्न मंचों पर काव्य पाठ में भी आप सक्रिय हैं। लेखन के उद्देश्य पर आपका मानना है कि-मातृभाषा हिंदी हृदय में वास करती है,इसलिए लोगों से जुड़ने-समझने के लिए हिंदी उत्तम माध्यम है। बालपन से ही प्रसिद्ध कवि-कवियित्रियों- साहित्यकारों को देखने-सुनने का सौभाग्य मिला तो समझा कि शब्दों में बहुत ही शक्ति होती है। अपनी भावनाओं व सोच को शब्दों में पिरोकर आत्मिक सुख तो पाना है ही,पर हमारी मातृभाषा व संस्कृति से विदेशी भी आकर्षित होते हैं,इसलिए मातृभाषा की गरिमा देश-विदेश में सुगंध फैलाए,यह कामना भी है

Leave a Reply