देख रहा ज़मीं दफन होते हुए

संदीप धीमान चमोली (उत्तराखंड)********************************** प्रकृति ओर खिलवाड़…. ज़मीं में दफ़न होते हजारों देखेंअब देख रहा, जमीं दफ़न होते हुए,काफ़िला अपनी तैयारी में है अबसाथ, साजो-सामान के कफ़न लिए। रहनुमा थे सवार कांधों पर जिसकेआज मैय्यत वही है उठाए हुए,पहुँच गए तबाही का लश्कर ले केसाथ, साजो-सामान के कफ़न लिए। कभी रगड़ते थे माथा ड्योढ़ी परकभी भरते … Read more

‘स्नेह से संसार’ पर कराया विशेष साहित्यिक महोत्सव

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पटना (बिहार)। पुनीत अनुपम साहित्यिक समूह द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन स्नेह विशेष साहित्यिक महोत्सव किया गया। ‘स्नेह से संसार’ विषय पर इस महोत्सव में अलग-अलग राज्यों के रचनाकारों ने भाग लिया। सभी ने एक से बढ़कर एक स्नेह से संबंधित और प्रेम रस में डूबी रचना प्रस्तुतियों द्वारा मंच को स्नेह वर्षा में भिगोकर … Read more

मत नैनों से नीर बहाओ तुम

डॉ. रचना पांडेभिलाई(छत्तीसगढ़)*********************************************** मत नैनों से नीर बहाओ तुम,मत दिल के दर्द दिखाओ तुम। कौन है जो दर्द को समझेगा,कौन है जो मीठे बोल कहेगाकौन है जो गले लगाकर तुम्हें,‘दुखी मत हो’ ये सब कहेगा। क्योंकि…सूरज के इस तेज में तुम हो,चाँद की चाँदनी में तुम होइस धरती पर जन्म मरण तक,संबंधों के हर संवेग … Read more

केवल कोठारी को मिला ‘डॉ. अरुण प्रकाश अवस्थी शब्दाक्षर सम्मान २०२३’

कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)। राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था शब्दाक्षर ने अपना वार्षिक ‘डॉ.अरुण प्रकाश अवस्थी शब्दाक्षर सम्मान २०२३’ चेन्नई के साहित्यकार केवल कोठारी को भेंट किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. प्रेम शंकर त्रिपाठी ने की।संस्था के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि प्रताप सिंह के संयोजन में यह भव्य सारस्वत समारोह कोलकता के ओसवाल भवन … Read more

तो क्या करेगा कोई

अरुण वि.देशपांडेपुणे(महाराष्ट्र)************************************** जब किसी बात पर,अड़ कर बैठे कोईना समझे, ना माने ना,तो क्या करेगा कोई ! सबके साथ हो तब,सहमति जरुरी हैविरोधी सुर अलापे,तो क्या करेगा कोई ! जब किसी बात पर,किसी समस्या का उत्तरमिले, प्रयास ही नहीं,तो क्या करेगा कोई ! खुशी मिलती है इन्हें,जो दर्द देते औरों को।वृत्ति बिगड़ी हुई है,तो क्या … Read more

कृष्ण ने लिया मनुज अवतार

तारा प्रजापत ‘प्रीत’रातानाड़ा(राजस्थान) ***************************************** जन्म दिया माँ देवकी ने,पाने यशोदा माँ का दुलारलिया कृष्ण ने मनुज अवतार,जब पाप बढ़ जाता हैकरने दुष्टजनों का संहार,कृष्ण ने लिया मनुज अवतार। होता जब अधर्म जगत में,करने जगत का उद्धारकृष्ण ने लिया मनुज अवतार,महाभारत के महायुद्ध मेंसमझाया गीता का सार,कृष्ण ने लिया मनुज अवतार। भक्त प्रह्लाद के लिए,आए नृसिंह का … Read more

भाषा, संचार और ज्ञान को चाहिए औपनिवेशिक सोच से मुक्ति

डॉ. गिरीश्वर मिश्र,गाजियाबाद(उत्तरप्रदेश)********************************************* भारत की भाषिक विविधता का अद्भुत विस्तार और उसका सहज स्वीकार प्राचीन काल से इस देश में सामाजिक बर्ताव का अहम हिस्सा रहा है। इस विविधता को ध्यान में रख कर अक्सर भारतवर्ष को भाषाओं की एक विलक्षण प्रयोगशाला भी कहा जाता है।ऐतिहासिक रूप से अथर्ववेद के मंत्र ‘जनं विभ्रती बहुधा विवाचसं … Read more

स्वार्थ और परमार्थ

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ****************************************** आज हर इंसान जाग रहा है,प्रगति के पीछे भाग रहा हैकोई धन को तो कोई तन को,लक्ष्य लिए पथ पर दौड़ रहा है। नहीं दिखता आज कुछ भी जग में,केवल मन स्वार्थ ही टटोल रहा हैऔर देख रहा है सुख को तन भी,परमार्थ आज कहीं न पल रहा है। ज्ञानीजन … Read more

हिन्दी मन की, मनन की और चमन की भाषा

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नागपुर (महाराष्ट्र)। गोष्ठी…. नववर्ष एवं ‘विश्व हिन्दी दिवस’ के उपलक्ष्य में महिला काव्य मंच (नागपुर) द्वारा काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार हेमलता मिश्रा ‘मानवी’ ने करते हुए हिन्दी को मन की, हृदय की, मनन की, नमन की और चमन की भाषा बताया।इस आयोजन की मुख्य अतिथि डाॅ. आदिला खादीवाला (वरिष्ठ साहित्यकार, … Read more

डॉ. मीना परिहार ‘मान्या’ इंडोनेशिया में सम्मानित

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पटना (बिहार)। कवयित्री डॉ. मीना कुमारी परिहार ‘मान्या’ को ‘वर्ल्ड रामायण सारस्वत सम्मान’ से सम्मानित किया गया है। सुग्रीवा यूनिवर्सिटी बाली (इंडोनेशिया) के सभागार में हिन्दू अध्ययन पर प्रथम अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन २०२२ में ‘रामायण का प्रसार तथा विश्व सभ्यता में योगदान’ विषय पर इनकी सहभागिता के पश्चात यह सम्मान किया गया। साहित्यिक, सांस्कृतिक शोध संस्था … Read more