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हिन्दी मन की, मनन की और चमन की भाषा

नागपुर (महाराष्ट्र)।

गोष्ठी….

नववर्ष एवं ‘विश्व हिन्दी दिवस’ के उपलक्ष्य में महिला काव्य मंच (नागपुर) द्वारा काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार हेमलता मिश्रा ‘मानवी’ ने करते हुए हिन्दी को मन की, हृदय की, मनन की, नमन की और चमन की भाषा बताया।
इस आयोजन की मुख्य अतिथि डाॅ. आदिला खादीवाला (वरिष्ठ साहित्यकार, नागपुर) द्वारा की गई बचपन की सौंधी बातों की सौंधी खुशबू से पूरा समां महक उठा। विशिष्ट अतिथि साहित्यकार प्रो.डॉ. सपना तिवारी ने कहा कि, हिन्दी आज विश्व में ख्याति प्राप्त कर रही है, विख्यात हो रही है। विशिष्ट अतिथि सीडीएस विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती भारती मालवीय ने भी हिन्दी भाषा पर सारगर्भित वक्तव्य दिया।
कार्यक्रम का संयोजन महाराष्ट्र काव्य मंच की उपाध्यक्ष रीमा दीवान चड्ढा ने किया। आपने हिंदी भाषा पर मर्मस्पर्शी कविता भी सुनाई। मंच की

नागपुर की अध्यक्ष शगुफ़्ता यास्मीन काज़ी ने प्रस्तावना देकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अर्चना राज चौबे, सुषमा अग्रवाल, मीरा जोगलेकर, डॉ.पूनम अरोरा (उत्तराखंड) एवं किरण हटवार आदि कवयित्रियों की सहभागिता सहित विदुषी मीनाक्षी जोशी, नागपुर से वी.एम.वी. महाविद्यालय की हिंदी विभागाध्यक्ष डाॅ. आभा सिंह, कवयित्री अर्चना अर्चन, मंजूषा असरानी, दिल्ली से गायिका मधुबाला श्रीवास्तव भी जुड़े रहे। मधुबाला श्रीवास्तव के मधुर स्वर में नव वर्ष की शुभकामनाओं के साथ समापन हुआ। संचालन कवयित्री नीलम शुक्ला ने किया। आभार प्रदर्शन रीमा दीवान चड्ढा ने किया।

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