तुम्हारा क्या नाम लिख दूं ?
अनिरुद्ध तिवारीधनबाद (झारखंड) *********************************** काव्य संग्रह हम और तुम से... मेरी ग़ज़लों में,तुम्हारा,क्या नाम लिख दूं ?पहर कौन-सा है ? सुबह लिखूं या शाम लिख दूं ?कुछ बातें अधूरी,रह गई तख्त पर,जो…
अनिरुद्ध तिवारीधनबाद (झारखंड) *********************************** काव्य संग्रह हम और तुम से... मेरी ग़ज़लों में,तुम्हारा,क्या नाम लिख दूं ?पहर कौन-सा है ? सुबह लिखूं या शाम लिख दूं ?कुछ बातें अधूरी,रह गई तख्त पर,जो…
मनोरमा चन्द्रारायपुर(छत्तीसगढ़)******************************************* सारे संभव कार्य को,कर लेना अति खोज।समय साथ फल शुभ मिले,ध्येय मिले नित रोजll संभावित परिणाम से,हुआ दुखी मन आज।नयन अश्रु से भर गया,बाधित है सब काजll संभव…
संजय गुप्ता ‘देवेश’ उदयपुर(राजस्थान) *************************************************** पूरे हो जाएं सारे सपने,यही तो हैं संकल्प हमारे,संकल्प ही समाधान बने,नहीं हों विकल्प हमारेl हर परिस्थिति में खुद में,विश्वास बनाए रखना है,तन चाहे हार भी…
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ******************************************** मतवाली नशीली,चलो धीरे-धीरे।चपल नयनों वाली,चलो धीरे-धीरे। लचकती कमरिया,पयोधर रूमानी,कमल-सी अधर ये,हँसो धीरे-धीरे। दिलकश ये जवानी,गर्वीली सुहानी,बरसाओ वफ़ा तू,सनम धीरे-धीरे। गुलाबी ये गालें,मधु बोली रसीली,नखरे…
श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* तुम बहुत ही दिल वाले हो,तुम्हें चाहने वाले बहुत हैंतुझे पाने के लिए बेसब्री से,दिखावे का इंतजार करते हैं। दिल वाले ओ हसरतों वाले,माना तुझे कैद…
आरती रावत, श्रीनगर गढ़वाल (उत्तराखंड)********************************* काव्य संग्रह हम और तुम से याद में तेरी मैं सदियों से अभी सोयी नहीं,कोई पल ना ऐसा गुजरा जब के मैं खोयी नहीं। आ…
डॉ.अनुराधा शर्माइंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** काव्य संग्रह हम और तुम से... ज़ेहन के खाली घर में,तुम आ बसी हो ऐसे,खुशबू-ए-रातरानी,मदहोश महकती हो जैसे। परछाई पुतलियों में,नज़रों की नज़र-बंदी,पलकों को खोल पल को,जाओगी बोलो…
डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* काव्य संग्रह हम और तुम से इश्क मोहब्बत दिल की दौलत जी देखिए,उल्फ़त की जमीं पे रहती है देखिए। निगाहों की बातें वो होंठों की…
अनिता मंदिलवार ‘सपना’ अंबिकापुर(छत्तीसगढ़) ************************************************** काव्य संग्रह हम और तुम से... प्रेम है क्या ?प्रेम मन मेंउठती तरंगों का नाम है,या किसी के लिएमधुर जज़्बातों का नाम,किसी के साथजीने-मरने का,कसम…
अर्चना नायडूभोपाल (मध्यप्रदेश)******************************* काव्य संग्रह हम और तुम से वक़्त से खुद को चुराकर,आज अरसे बाद मैंनेरंगों से कर लिया श्रृंगार…,और पहन लीनीले अम्बर की चोली!मदहोश हवाओं नेबैंगनी ख्वाबों कोबनाकर…