तन्हा मन

ममता तिवारीजांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************************* अकेलेपन में उभरती भीड़ शोर गुल,साँस लेने साँस ढूंढते पकड़तेफुर्सत भरे पल पँछी बन उड़े थे,खड़ी आज झलक में झलकतेफुर्सत पँछी है दाने चुगतेlनहीं चाहिए फुर्सत अकेलेपन के…

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हो मुबारक ये प्यारी घड़ी

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************** आ गया साल इक्कीसवाँ,है सदी भी ये इक्कीसवीं।उम्र को वक्त ने दे दिया,हो मुबारक ये प्यारी घड़ी।आ गया… मेल ऐसा सदी बाद ही,वक्त का…

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ऑनलाइन कवि सम्मेलन सम्पन्न

दिल्ली। साहित्य संगम संस्थान दिल्ली द्वारा प्रत्येक माह के प्रथम रविवार को किया जाने वाला बोली संवर्धन ऑनलाइन वीडियो कवि सम्मेलन इस बार भी किया गया। संयोजक नवीन कुमार भट्ट…

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सद्भावों का महा कुम्भ हो

विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)********************************************** नये वर्ष के नव प्रभात में,नव जीवन का शुभारंभ होlतन पावन हो मन पावन हो,नहीं किसी में द्वेष-दंभ हो। बुरा सुनो मत,बुरा न देखो,बुरा न बोलो मिटे बुराईlऐसा…

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जन विमुख जनतन्त्र

अवधेश कुमार ‘अवध’ मेघालय *************************************************************** २६ जनवरी को फिर से मनाया जाएगा गणतन्त्र दिवस,ठीक वैसे ही जैसे ५ महीने पहले मनाया गया था स्वाधीनता दिवस। ये दोनों हमारे जन्म से…

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नववर्ष

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)******************************************************** नये वर्ष की पावन बेला,चहुँदिशि खुशियाँ छाई है।देखो जल थल नभ में सारे,अरुणाई घिर आई हैll पंछी कलरव करते देखो,नव प्रभात की बेला में।घूम रहे…

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शुभ नव मंगल कामना

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************** सुखमय सुरभित जीवन होवे,मनुज हृदय में प्यार हो।मृदुवाणी के मधुर स्वरों से,मनुज स्वप्न साकार होll कर्म-धर्म का पथ हो सच्चा,जग में नित सम्मान हो,स्थान बनाएँ अंतस…

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भूल पाती नहीं

श्रीमती अर्चना जैनदिल्ली(भारत)**************************** काव्य संग्रह-हम और तुम से… तुमसे मिलने की सदियों से मन में लगन,मैं धरा,तू गगन…कैसे होगा मिलन ? देख आकुल तुझे जब भी रोए नयन,लोग कहते हैं…

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मेरी किश्ती का किनारा था

रेणू अग्रवालहैदराबाद(तेलंगाना)******************************************** साथ उसका बड़ा ही प्यारा था।मेरे जीने का जो सहारा था। मन्नतें मांग कर जिन्हें पाया,वो मेरी किश्ती का किनारा था। वो जमीं पर ख़ुदा की सूरत है,यार…

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नए वर्ष में हो जीवन,शैली का सार्थक संकल्प

ललित गर्गदिल्ली ************************************** नए वर्ष का स्वागत हम इस सोच और संकल्प के साथ करें कि हमें कोरोना महामारी को अलविदा कहते हुए कुछ नया करना है,नया बनना है,नए पदचिह्न…

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