ऐ सितमगर!
शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)**************************************************** ऐ सितमगर! क्यों हमें अपना बनाया आपने।चैन मेरा इस कदर दिल का चुराया आपने। रात भर यादें तुम्हारी अब जगाती हैं मुझे-रोग चाहत का अज़ब कैसा…
शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)**************************************************** ऐ सितमगर! क्यों हमें अपना बनाया आपने।चैन मेरा इस कदर दिल का चुराया आपने। रात भर यादें तुम्हारी अब जगाती हैं मुझे-रोग चाहत का अज़ब कैसा…
तारा प्रजापत ‘प्रीत’रातानाड़ा(राजस्थान) ************************************************* पढ़ करये घटना,मन रो पड़ा।आदमी तो,जानवर से भीवहशी निकला।फल मेंखिला कर बारूद,एक असहायहथिनी को,गर्भ में जिसकेपल रहा थाएक जीव,दुनिया मेंआने से पहले ही,मार डालानिर्ममता से।क्या मिलता है…
आशा आजादकोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************************************** वंसुधरा पर सुंदर जीवन,हो अपना आधार।भूले से भी कभी न बिगड़े,धरती का श्रृंगारll छिपा हुआ भूगर्भ सहत पर,भूजल का भंडार।शुद्ध रुप में बहे निरंतर,इससे ही संसार।व्यर्थ…
डॉ. वंदना मिश्र ‘मोहिनी’इन्दौर(मध्यप्रदेश)***************************************************************** दूरियों का पता जब चलता हैजब हम कुछ देर उस रिश्ते पर ठहरते हैं।दूरियाँ दूर भले ही करती हो,पर कुछ तस्वीरों के धुंधलेपन कोसाफ भी कर…
अजय बोकिलभोपाल(मध्यप्रदेश) ***************************************************************** देश में जारी कोरोना संकट के बीच नीतीश-लालू के प्रदेश बिहार में क्या चल रहा है, यह जानना दिलचस्प है। कोरोना विषाणु के कारण बिहार में अब…
डोमन निषादबेमेतरा(छत्तीसगढ़) ************************************************************ आओ मिलकर करें…हम भारतीय नवभारत निर्माण…। धरातल तल भूमि पर,युग-युग विख्यात काम-काज।सम्प्रदाय का हो उज्जवल विचार,क्षण-क्षण दें बलशक्ति योगदान।आओ मिलकर करें…हम भारतीय नवभारत निर्माण…॥ कृषक को मिले…
हिन्दीभाषा.कॉम मंच के रचनाकार साथी पूर्णिमा मंडलोई जी का १० जून को शुभ जन्मदिन है..इस पटल के माध्यम से आप उनको शुभकामनाएं दे सकते हैं…..
विजय कुमारमणिकपुर(बिहार) ****************************************************************** तेरे नाम से जी रहा हूँतेरा गम पी रहा हूँ,खुश नसीब जिंदगी पे…एक कविता लिख रहा हूँ। किरदार न मिला तोइबादत लिख रहा हूँ,जहाँ समझ में न…
शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ********************************************************************** चाँद से चेहरे पे हैं गेसू की काली बदलियाँ,रुख़ से जो पर्दा उठे तो कौंधती हैं बिजलियाँ। देख कर के चन्द्रमुख ये चाँदनी शरमा गयी,दिल में…
मुद्दा:भारत को भारत कहो,इण्डिया नहीं-कुछ विचार व सुझाव.... इला प्रसाद(अमेरिका) भारत को इंडिया कहना उसका अपमान है। यह अपमान अंग्रेजों ने किया और स्वतंत्रता के बाद हमारे राजनीतिज्ञों ने इस…