पिंजरा
कविता जयेश पनोतठाणे(महाराष्ट्र)********************************************************** ये पिंजरा और पक्षी दोनों ही इंसान की जिंदगी से जुड़े हैं,कुछ ऐसा ही रिश्ता है इंसान का अपनी रिश्तों की डोर सेl तुम जितना रिश्तों को…
कविता जयेश पनोतठाणे(महाराष्ट्र)********************************************************** ये पिंजरा और पक्षी दोनों ही इंसान की जिंदगी से जुड़े हैं,कुछ ऐसा ही रिश्ता है इंसान का अपनी रिश्तों की डोर सेl तुम जितना रिश्तों को…
हेमेन्द्र क्षीरसागरबालाघाट(मध्यप्रदेश)*************************************************************** दरअसल,बड़ी सहज-सी बात है,सकारात्मक और नकारात्मक दो पहलू जीवन के अहम हिस्से हैं। `सकारात्मकता` से बड़े से बड़े दु:ख हर लिए जाते हैं,वहीं `नकारात्मकता` से छोटे-से-छोटे सुख भी…
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) *********************************************************************** ‘महाराणा प्रताप और शौर्य’ स्पर्धा विशेष………. भारत के इतिहास का,रक्खा जिसने मान। उस वीरों के वीर की,है सदियों पहचान॥ परम प्रतापी जो रहे,रक्खी जिनने आन।…
रोशनी दीक्षित बिलासपुर(छत्तीसगढ़) ***************************************************************************** स्त्री हूँ,स्त्री का दर्द समझती हूँ, दिखती हूँ फूल-सी पर पाषाण-सा हृदय रखती हूँ, मरती है,जब यह कोख में मैं भी तड़पती हूँ, इसकी अंतिम साँस…
विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश) ********************************************************* जिन्दगी तू वो आशियाना है, जिसमें ख़्वाबों का इक खजाना है। अपने चारों तरफ अंधेरा है, प्यार का दीप इक जलाना है। इस नये दौर का…
डाॅ. मधुकर राव लारोकर ‘मधुर’ नागपुर(महाराष्ट्र) ************************************************************************* हरा-भरा हो,जीवन सबका, गुलशन में सुमन,खिला हो जैसे। प्रकृति रहे, प्रदूषण मुक्त, इंसानियत का,श्रृंगार हो ऐसा॥ वृक्ष की जड़ें,हों गहरी, हरियाली की,हो आबादी।…
प्रेमशंकर ‘नूरपुरिया’ मोहाली(पंजाब) **************************************************************************** श्रमिक गति है विकास की,श्रमिक ही बुनियाद, अब वही नींव कर रही,इमारत से फरियाद। सड़कें भी रो पड़ी देख मजदूर के हालात, परिश्रम उनका सिसक रहा…
गोपाल चन्द्र मुखर्जी बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************************ ‘महाराणा प्रताप और शौर्य’ स्पर्धा विशेष………. वीर वह जो निडर हो, आत्मसम्मान का धनी हो... मातृभूमि का मान रखने में, अपनी जान का प्यारा…
अंशु प्रजापति पौड़ी गढ़वाल(उत्तराखण्ड) **************************************************************** ‘महाराणा प्रताप और शौर्य’ स्पर्धा विशेष………. विद्यार्थी जीवन से ही मेरे लिए कुछ विषय बड़े ख़ास थे। गणित और भाषा मेरे प्रिय विषय रहे,परन्तु जब-जब…
राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ टीकमगढ़(मध्यप्रदेश) ********************************************************************* ‘महाराणा प्रताप और शौर्य’ स्पर्धा विशेष………. महाराणा प्रताप-सा, नहीं दूसरा वीर। क्षण भर में कर देत है, दुश्मन सीना चीर॥ महाराणा प्रताप की, चले…