लाड़ली बेटी याद रखना

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* अम्मा की शिक्षा सासरे ले जाना बेटी तुम साथ में,अब पिता तुम्हारे दे दिए हैं, तुमको पति के हाथ में। बचपन से तुमको मिली है शिक्षा,…

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इस बात को ना भूलो भाई

अरुण वि.देशपांडेपुणे(महाराष्ट्र)************************************** आज तुम बहुतनामी-गिरामी हो,हर महफिल में चर्चेहोते हैं तुम्हारे,तुम्हारी कामयाबी के किस्सेतुम सुनाते हो,जो बैठे होते हैं सामने। एक बात हर बारभूल जाते हो तुम,तुम्हारी कामयाबी मेंशामिल हैं…

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मधुमास आयो री…

राजबाला शर्मा ‘दीप’अजमेर(राजस्थान)******************************************* मन-मयूर नाच रहयोसखी! मधुमास आयो रीले ले बलैंया,ऋतुराज मेरे द्वार आयो री। अंबुआ की डारी-डारी,कूके कोयलिया कारीफुदक-फुदक गोरैया,नाच रही मतवारी।धरती झूम रही, फागुनी बयार लायो री,ले ले…

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दम तोड़ती स्त्री

डॉ.अशोकपटना(बिहार)********************************** यह नज़र नहीं आती है,ग़म की चादर बड़ी विषैलीमृतप्राय: होती हैसुहाग वाली चुनरी नहीं है अब,ग़म की चादर बड़ी विषैली दिखती है अब,नर पिशाचों की भीड़ मेंजान सिसकती बेबस…

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होड़ बढ़ी, खिलवाड़ किया

हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** प्रकृति और खिलवाड़... पावन प्रकृति के आँचल में जब, मानव ने खोली आँखें थी,कितना निश्छल रहा मानव होगा ? खिलती उसकी बांछें थी। वक्त गुजरा तो…

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मत पहुंचाओ क्षति

ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*************************************** प्रकृति और खिलवाड़... धरती का श्रृंगार है प्रकृति,जीवनदायिनी कहलाती हैफल, फूल और वनस्पति से,आँगन-आँगन महकाती है। हरा-भरा बनाती उपवन,सुनहरे पुष्प खिलाती हैधूप से जो जल जाए तन,रिमझिम…

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असहनीय और अवैध

सच्चिदानंद किरणभागलपुर (बिहार)**************************************** प्रकृति और खिलवाड़... दो तर्क पूर्णता से घिरे सवाल ?दोनों ही सवालों के हैंएक पूरक सबल‌,जवाब।प्रकृति ब्रम्हांड की,ईश्वरीय देन हैपृथ्वी का सौन्दर्य शान,प्रकृति प्राणवायु का सचित्रस्वरूप में…

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कदम-कदम साथ चलना है

पायल अग्रवालमुजफ्फरपुर (बिहार)******************************* जीवन से कुछ सीखना है,कदम-कदम साथ चलना हैनई उमंग है,नई आशा हैआँखों में सपने लेकर,इस नववर्ष मेंसाथी साथ चलना है,चाहे शीत लहरें हो,चाहे ओस फुहारें होआलस सब…

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सबकी भाग्यविधाता

डॉ.अशोकपटना(बिहार)********************************** प्रकृति और खिलवाड़... यह विषम परिस्थिति में,दिखता समय का बड़ा उलटफेर हैजन-जन तक विकास यात्रा के लिए,दिखता यहां खूब संघर्ष व मुठभेड़ है। प्रकृति के सुन्दर सलोने स्वरूप को,सुरक्षित…

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जंगलों की बात

हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** आँधी-तूफानों के गहन थपेड़ों में,हमने झेली सदा से हर पीड़ा हैहिले-डुले और टूटे, कभी बिखरे,उठाया जीव संरक्षण का बीड़ा है। हम धरती के वंशज धरती से…

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