सुनहरा दिन

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* आज भारत वासियों का फिर सुनहरा दिन सज रहा है,देख ले दुनिया, वतन से प्रेम कितना दिख रहा है। हम हुए आजाद, इसका ज़श्न खुशियों…

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नमन करते हैं हम

डॉ.अशोकपटना(बिहार)********************************** आजादी के सौन्दर्य को,नमन करते हैं हम-सबआज़ के दिन यहाँ,आजादी का जश्न मनाते हैंहम लोग मिल-जुलकर यहाँ। यह एक सुखद अहसास का,मानो पल मिला लगता हैखुशियाँ और सुकून इस…

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आसानी से न मिली आज़ादी

एस.अनंतकृष्णनचेन्नई (तमिलनाडु)******************************* विदेश का थप्पड़,विदेश में शुरूसत्याग्रह का महत्व,सारे जहां में माननीय। नरम दल और गरम दल का आंदोलन,अहिंसात्मक लड़ाईजालियाँवाला बाग का निर्दयी हत्याकांड,फाँसी की सजा। भारतीय द्रोही,वेतन भोगी लोगदेश…

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लोभ…कर दिया बँटवारा

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* लोभ घृणा सत्ता पद चाहत, कर दिया भारत का बँटवारा,किए कोख धरती के टुकड़े, बही कोटि मनुज रक्तिम धारा। दानवीय मद अन्ध चरित था,…

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अवध लौट रहे रघुराई

संजय सिंह ‘चन्दन’धनबाद (झारखंड )******************************** अवध में लौट रहे रघुराई,खड़े जन आरती की थाल सजाईउत्सुकता सबके मन थी आई,कैसे दिख रहे दोनों भाई,कैसी दिखती हैं सीता माईये शंका सबके मन…

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फुलवारी की बहार

कमलेश वर्मा ‘कोमल’अलवर (राजस्थान)************************************* खिली है कलियाँ आँगन में छाई फुलवारी की बहार,रंग-बिरंगे फूल खिले हैं, महका सब- गुलजार। फुलवारी की महक ने महका दिया घर- आँगन,रंग-बिरंगे फूलों से महक…

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विदा लेने वाला है सावन

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* विदा लेने वाला है सावन,अब तो पिया मिलने आओबीत चली बरसात सावन की,एक बार आकर गले लगाओ। ये ज़िन्दगी और मौत का,कभी होता नहीं ठिकानालगता है…

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न जाने क्या होगा!

दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* तुझसे बातें करने में बहुत अपनापन लगता है,मिलने पर न जाने क्या होगा! बादल जब आते हैं, बहुत गरजते हैं,बरसने पर न जाने क्या…

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आज़ादी का ज़श्न मनाएँ

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* आजादी का जश्न मनाएँ, बलिदानों की गाथा गाएँ,अरुणोदय स्वाधीन वतन का मधु अमृत समरसता लाएँ। त्याग तपस्या संघर्षक पथ शोषित शोषण भी मुस्काएँ,अनाचार और…

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उठा लो नाज़ इस तिरंगे का

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** उठा लो नाज तुम भी आज इस न्यारे तिरंगे का,झुका कर शीश गाओ गीत इस प्यारे तिरंगे का। कभी झुकने न पाये शान मिल कर आ शपथ…

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