मानुष तन वरदान

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* हमको मानुष तन मिला, ईश्वर का वरदान।व्यर्थ न इसे गँवाइए, कहते सुधी सुजान॥कहते सुधी सुजान, कर्म निष्काम करें सब।निकल गया जो काल, नहीं पाएंगे वो अब॥पाएं…

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है अभिमान तिरंगा

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** भारत का है यशगान तिरंगा,भारत की है पहचान तिरंगा।कम ना हो शान संविधान की-है भारत का सम्मान तिरंगा॥ है वीरों का अभिमान तिरंगा,रखना बस आजाद तिरंगा।लहर-लहर यूँ…

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युवा शक्ति युग निर्माण करे

कवि योगेन्द्र पांडेयदेवरिया (उत्तरप्रदेश)***************************************** गणतंत्र दिवस : देश और युवा सोच... युवा शक्ति भारत की आगे बढ़ युग निर्माण करे,नई सुबह की नई चेतना से तन मन में प्राण भरे।…

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ओ मेरे सांवरे रे

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक)*********************************************** रूप सलोने यशुमति कान्हा,ओ मेरे लला सांवरे रेमनमोहन गिरिधर नागर तू,लावण्य रूप निहारे रे। लीलाधर बहुरुपिया कान्हा,नंदज तू राजदुलारे रेमाखनचोर लपेटे माखन,माखनलाल नजारे रे। कंधों…

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देश हमारा है महान

सच्चिदानंद किरणभागलपुर (बिहार)**************************************** विश्व-गुरु के गुरूत्व से,शौर्यमान है देश हमारा उज्वलभविष्य में भाग्य-विधाता के,अनुरक्षण की समर सृष्टि-दृष्टि मेंमहान, विश्व शीर्ष शिखरपर कृतेज्ञ हो रहा,'युवा-वर्ग' के कौशलयशकृति के यशोल्भ में।'देश' हमारा…

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वीरों का अभिमान तिरंगा

राजबाला शर्मा ‘दीप’अजमेर(राजस्थान)******************************************* गणतंत्र दिवस:देश और युवा सोच... संविधान की शान तिरंगाभारत का सम्मान तिरंगा,लहर-लहर लहराता जाएवीरों का अभिमान तिरंगा। इस झंडे के नीचे आकर,कितने ही कुर्बान हुए।हँसकर फांसी पर…

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बसंत अब तुम जाना नहीं

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* आया बसंत आया है बसंत,लोग कहते हैं प्यारा बसंतबागों में कलियाँ हर्षित हुई,देखकर प्यारा-प्यारा बसंत। हे बसंत अब तुम जाना नहीं,रखूॅ॑गी प्रेम डोर से बांध करआस…

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शहादत को सलाम

ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*************************************** कहां से आते हैं वो लोग,जो दिल में तूफान और जज्बा लाते हैंदेश की खातिर मर मिटने का,हौंसला जगाते हैं। सरहद पर खड़े रहते हैं सीना ताने,धरती…

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मेरा वतन भारत सबसे न्यारा

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* गणतंत्र दिवस प्यारा, त्योहार वतन का है,भारत हमें सिखाता, संसार वतन-सा है। होता कहीं न जिसको, भारत ने कर दिखाया,हर धर्म को मिला के, न्यारा…

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अनुपमेय-उत्कृष्ट भारत महान

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* शोभित,सुरभित,तेजमय, पावन अरु अभिराम।राष्ट्र हमारा मान है, लिए उच्च आयाम॥ राष्ट्र-वंदना मैं करूँ, करता हूँ यशगान।अनुपमेय,उत्कृष्ट है, भारत देश महान॥ नदियाँ,पर्वत,खेत,वन, सागर अरु मैदान।नैसर्गिक सौंदर्यमय, मेरा…

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