बरसे हरदम हरि कृपा
बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************************** जय श्री कृष्ण (भाग-२)… बरसे हरदम हरि कृपा, मन में अति आनंद।खो जाऊँ हरि प्रेम में, छोड़ जगत के फंद॥ तन में हरि का वास हो, मन में हो श्री श्याम।सद् कर्मों की राह में, रहे उसी का नाम॥ गोकुल, मथुरा, द्वारिका, हो वृन्दावन धाम।कृष्ण चरण रज हैं पड़े, माटी … Read more