निरंकुश अभिव्यक्ति से जुड़े सर्वोच्च फैसलों का स्वागत हो

ललित गर्ग दिल्ली*********************************** सर्वोच्च न्यायालय ने अभिव्यक्ति की आजादी एवं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर समाज विरोधी अभिव्यक्ति की सुनवाई करते हुए समय-समय पर जो कहा, वह जहां संवैधानिक और लोकतांत्रिक मूल्यों के लिहाज से खासा अहम है, वहीं संतुलित- आदर्श राष्ट्र एवं समाज व्यवस्था का आधार भी है। सोशल मीडिया मंचों पर समाज विरोधी अभिव्यक्ति … Read more

रिश्तों को लीलता खोखला ‘स्वाभिमान’

ऋचा गिरिदिल्ली*************************** कहाँ खो गया रिश्तों से प्रेम…? एक पिता ने अपने ही ‘स्वाभिमान’ की हत्या कर दी, अपने स्वाभिमान के लिए फिर और स्वाभिमानी बन गया हमेशा के लिए!पिता का धर्म होता है अपने बच्चों के ख्वाबों को हकीकत बनाने में उसके पीछे चट्टान की मानिंद मजबूती से खड़े होने का, अपने बच्चों के … Read more

कहर बरसाते-बरपाते पहाड़

सरोज प्रजापति ‘सरोज’मंडी (हिमाचल प्रदेश)*********************************************** मेरा गाँव ऐसे इलाके में है, जहां हर साल पहाड़ों के दरकने (भूस्खलन) का भयावह रूप देखने को मिल रहा है। बादल फटने से भयंकर त्रासदी से दो-चार होना पड़ रहा है। आषाढ़-सावन भादो में कभी भी यह मंजर हतप्रभ कर रहा है। आए-दिन पहाड़ों में घरों के समूल दफन … Read more

न्यू मीडिया में हिंदी सामग्री में उल्लेखनीय प्रगति

डॉ.शैलेश शुक्लाबेल्लारी (कर्नाटक)**************************************** नवीन संचार तकनीकों की क्रांति ने जिस प्रकार से वैश्विक स्तर पर संवाद और अभिव्यक्ति के स्वरूप को परिवर्तित किया है, उसी परिवर्तन ने भारत जैसे बहुभाषिक देश की प्रमुख भाषा ‘हिंदी’ को भी एक नई पहचान और नई शक्ति दी है। पहले जहाँ हिंदी को पारंपरिक मीडिया-जैसे रेडियो, दूरदर्शन और प्रिंट … Read more

आतंकवाद में डिजिटल तकनीकों का बढ़ता उपयोग चिन्ताजनक

ललित गर्ग दिल्ली*********************************** आतंकी वित्तीय मदद पर नजर रखने वाली वैश्विक संस्था वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) की नई रिपोर्ट में आतंकवादी गतिविधियों में डिजिटल तकनीकों के बढ़ते उपयोग पर चिंता जताई गई है। रिपोर्ट ने वैश्विक सुरक्षा के समक्ष एक नई और गहन चुनौती की ओर संकेत करते हुए आतंकवादी गतिविधियों में डिजिटल तकनीकों … Read more

जरूरी है रिश्तों के बाग को सींचना

सपना सी.पी. साहू ‘स्वप्निल’इंदौर (मध्यप्रदेश )******************************************** कहाँ खो गया रिश्तों से प्रेम…? भारत और भारतीय रिश्तों के ताने-बाने में जन्म के साथ जुड़ जाते है और मृत्यु और मृत्यु के बाद तक भी आपसी रिश्तों में याद किए जाते हैं। परिवार भारतीय समाज की सबसे छोटी इकाई और इससे हमारी प्रथम पहचान समाज में बनती … Read more

भारतीय लोकतंत्र करे पुकार-‘मिले अपनी भाषा में न्याय का अधिकार’

पूनम चतुर्वेदीलखनऊ (उत्तरप्रदेश)********************************************** भारतीय संविधान का प्रस्तावना वाक्य-“हम भारत के लोग…” – न केवल इस देश की संप्रभुता और लोकतंत्र का परिचायक है, बल्कि यह उस जनभावना की पुष्टि करता है, जो भारत को उसकी विविध भाषाओं और संस्कृतियों के माध्यम से जीवंत बनाती है। इस विशाल बहुभाषिक राष्ट्र में जहाँ सैकड़ों भाषाएँ और बोलियाँ … Read more

कौन-कौन मराठी, कौन पर-प्रांतीय ?

डॉ. मोतीलाल गुप्ता ‘आदित्य’मुम्बई(महाराष्ट्र)********************************************** महाराष्ट्र में भाषा विवाद… भारत की सभ्यता विश्व की प्राचीनतम सभ्यताओं में से एक है। इतिहास गवाह है कि विश्व में अलग-अलग देशों से लोग दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से भारत में पहुंचे, बसे और भारत में ही रच – बस गए। बहुत बार शक, हूण तथा इस्लामिक आक्रमणकारियों आदि की … Read more

मराठी बोलना गर्व की बात, लेकिन हिन्दी से घृणा क्यों ?

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर (मध्यप्रदेश)****************************************** महाराष्ट्र में भाषा विवाद… अपनी स्थापना से ही भारत विविधताओं का देश बना हुआ है, और भाषा इसकी सबसे खूबसूरत विशेषताओं में से एक है। इसलिए यहाँ अनेकता के बावजूद एकता है, चाहे फिर कोई भी मुद्दा हो, यानी कभी अपने को श्रेष्ठ बताकर किसी अन्य को बुरा नहीं कहा गया, … Read more

लोकमाता अहिल्याबाई को काव्यात्मक श्रद्धा सुमन अर्पित

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आगरा (उप्र)। मातेश्वरी अहिल्याबाई होल्कर केंद्रीय जयंती समारोह समिति (आगरा) के तत्वावधान में उत्कृष्ट सेवा सम्मान एवं कवि सम्मेलन का आयोजन वी.जी. क्राफ्ट रॉयल बैंक्वेटस (फतेहाबाद रोड) के सभागार में हुआ। मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल और अध्यक्ष हरिसिंह बेदरिया रहे। इस अवसर पर भारत सरकार की हिंदी सलाहकार समिति के … Read more