करना तुम सपने साकार

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** कठिन डगर है धूप-छाँव हैहँसकर सब करना स्वीकार,चलते रहना नाम ज़िंदगीहरदम रहना तुम तैयार। गिरकर सदा सम्हलता है जोउसे सफलता का अधिकार,गिरती चींटी चलती रहतीहार नहीं करती स्वीकार। जीवन का उद्देश्य खोजनाकरना नित उसका विस्तार,टेढ़ी-मेढ़ी राह प्रगति कीकरते रहना सदा सुधार। मोहित करता सदा सुहाना,रंग-रंगीला यह संसार।लगन और संकल्प साथ ले,करना तुम … Read more

‘वन्दे मातरम्’ कहने पर ‘सुनामी’ ?

आचार्य संजय सिंह ‘चन्दन’धनबाद (झारखंड )****************************************************** ‘वन्दे मातरम्’ की भाषावर्षों से हमने जानी है,स्मृति शेष शहीदों कीइसमें जुड़ी कहानी है,बंकिम दा की देशभक्ति में अमर कृत निशानी है,१५० वर्षों से जगाती‘वन्दे मातरम्’ रचना बड़ी पुरानी है। सब कहते हैं, गीतों के भावों मेंयुग-युग में युवा जोश जिस्मानी है,फांसी फंदे तक चूमे शहीदों कोयाद कराती उनकी … Read more

भूलें नहींं अतीत

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* भूलें नहीं अतीत को, पा सत्ता अधिकार।गति अद्भुत है वक़्त की, होता उपसंहार॥ वक्त सदा ही बदलता, बीत गया सो बीत।माना करवट समय का, भूलें नहीं अतीत॥ मानवीय सम्वेदना, अन्तर्मन सहयोग।भूलें नहीं अतीत को, ‘कोरोना’ सम रोग॥ सुख-दुख जग गमनागमन, कभी हार हो जीत।भूलें नहीं अतीत जन, कल का … Read more

महसूस करती है वो

कल्याण सिंह राजपूत ‘केसर’देवास (मध्यप्रदेश)******************************************************* चाँद-सितारों में तो,कभी नीले गगन केबादलों में निहारती है वो मुझेतो परिंदों की तरह,कभी घर की छत परबुलाती है वो मुझे। कभी भीड़ में तो,कभी तन्हाइयों मेंढूंढती हैं वो मुझेकभी खुद की धड़कनों में,महसूस करती है वो मुझे। मदमस्त खुशबू बनकर,मेरे तन-मन कोस्पर्श करती है वो मुझेपल-पल हर पल,मुझे ऐसे … Read more

मह-मह महकी वसुन्धरा

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** प्यासी धरती पर जल बरसा, मह मह महकी वसुंधरा,चहुँ ओर यौवन छाया, हर घाट-घाट है हरा-भरापात-पात पर कलियाँ के मुख खुलने को अब विकल हुए,कलियों का चुम्बन करने को भ्रमरों के दल निकल पड़ेधानी चादर ओढ़ धरा ने अपना आँचल लहराया,मह-मह महकी वसुंधरा को देख मन बहुत हर्षाया। आल्हादित हो गया गगन, … Read more

सपनों का शहर

दीप्ति खरेमंडला (मध्यप्रदेश)************************************* जहां रिश्तों में अपनापन हो,हर चेहरे पर मुस्कान होप्रेम की भाषा बोलें सब,नफरत की जहां जगह न होमेरे सपनों का शहर ऐसा हो…। तकनीकी के नए दौर में,जज्बात किसी के कम न होंबस मंजिल की दौड़ न हो,जीवन का सफ़र मजा भी होमेरे सपनों का शहर ऐसा हो…। कांक्रीट की दीवारों के … Read more

मानो या ना मानो

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर (मध्यप्रदेश)******************************** पुनर्जन्म होता,मानो या ना मानोपुराण-ग्रंथों में उदाहरण मिलते,पहचान लेता नन्हा बालकदूर बसे गाँव के लोगों को,जिसने उसे इस जन्म मेंकभी देखा ही नहीं,ये हकीकत हैमानो या ना मानो। याददाश्त नए जन्म में,कुछ समय टिकी रहतीपूर्वजन्म की नन्हें शरीर मेंफिर विस्मृत होने लगती,पुनर्जन्म की यादेंइसलिए कहा जाता,शरीर नश्वर आत्मा अमरस्मृति का ये … Read more

मनमोहन अभिराम

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* मनमोहन मुरलीधरन, मन मुकुन्द अभिराम।मधुवन माधव माधिवी, जय हो राधेश्याम॥ भज पीताम्बर पदयुगल,मोरमुकुट अभिराम।लीलाधर राधा लसित, मालाधर सुखधाम॥ नंदलाल नटवर नयन, चारु कमल कमलेश।उत्तरीय शोभित हरित, तिलक भाल गोपेश॥ वेणीमाधव चारुतम, राधा रानी वाम।बिम्बाधर शुचि अस्मिता, अरुणिम रूप प्रणाम॥ भव्य मनोहर चन्द्रमुख, मातु यशोदा लाल।केशव माधव राधिका, दामोदर गोपाल॥ … Read more

मन मचल रहा

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन (हिमाचल प्रदेश)***************************************************** नयी सी हवा है, नया आसमां,ठंडी हवा का दौर चल रहा हैमन तुमसे मिलने,को मचल रहा है। नयी-सी हवा है,नया आसमांतुम आ जाओगे,तो बदलेगा समां। मौसम सुहाना है,हमने ये माना हैसब कुछ छोड़कर,तुम्हें चले आना है। आसमां में बादल छाए हैं,हम तुमपे नजरें बिछाए हैंअपना लो मुझको इसके पहले,कि … Read more

सफ़र-ए-ज़िंदगी पर…

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ सोचता हूँ मैं ए ज़िंदगी,तू कितना साथ देगीइसलिए हर रोज निकलता हूँ मैं,‘सफ़र-ए-ज़िंदगी’ पर…। कभी दर्द कभी खुशी का वो कारवां,कुछ खट्टा-कुछ मीठा-सा अनुभवइससे आगे बढ़ता हूँ मैं,‘सफ़र-ए-ज़िंदगी’ पर…। मुश्किलों से डरना मेरा काम नहीं,मैं हारा जरुर हूँ पर जीत की आशा नहीं छोड़ी मैंनेदेखना है मुझे मालिक मंजिल अब … Read more