रंगोली है दीपावली

विनोद सोनगीर ‘कवि विनोद’ इन्दौर(मध्यप्रदेश) *************************************************************** दीपों की दीपमाला है दीपावली, रंगों की रंग-बिरंगी रंगोली है दीपावली। तारों की चमचमाती चमक है दीपावली, फूलों की मनमोहक खुशबू है दीपावली। गीतों…

0 Comments

जगमग करती आई दीवाली

रिखब चन्द राँका ‘कल्पेश’ जयपुर(राजस्थान) *************************************************************** जगमग करती आई दीवाली, घर में खुशियाँ लाई दीवाली। घर-घर दीपक जले दीवाली, रोशनी का त्योहार दीवाली॥ महालक्ष्मी का पूजन दीवाली, गणेश सरस्वती पूजा…

0 Comments

दीवाली का बस यह कहना

आदेश कुमार गुप्ता `पंकज`  रेणुसागर(उत्तरप्रदेश) ****************************************************** दीवाली का बस यह कहना, आपस में मिल कर के रहना। चाहे जितने दीप जलाओ, चाहे चौखट द्वार सजाओ। यदि दिल में बच गया…

0 Comments

आ गई दीपावली

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’ रावतसर(राजस्थान)  ********************************************************************************* दीप जगमग जगमगाएँ आ गयी दीपावली, खुशियों की सौगात लेकर आ गयी दीपावली। प्रथम श्री गणेश मनाइए फिर लक्ष्मी का पूजन करें, धन-धान्य से…

0 Comments

दीप का उजास

कार्तिकेय त्रिपाठी ‘राम’ इन्दौर मध्यप्रदेश) ********************************************* दीप की बेला आई घर-घर, खुशियां मनाओ सब मन भर-भर स्नेह से बांटो प्रेम की गुझिया, मन अंतर भर जायें खुशियां। जीवन-जोत जला करती…

0 Comments

रौशनी बिखेरते चलें हम

डाॅ. मधुकर राव लारोकर ‘मधुर’  नागपुर(महाराष्ट्र) ************************************************************************* दिलों को,दिल से जोड़ कर, रौशन किया,सपनों का महल। अपनों का,साथ भी मिला, सजाया जैसे,अपना हो शीशमहल। ना जानें क्यों,लोगों की, खुशी के…

0 Comments

दूर करें तम

तारा प्रजापत ‘प्रीत’ रातानाड़ा(राजस्थान)  ************************************************* अंतर्मन से दूर करें तम, खुशहाली का हो आगमन। चहुँओर उजियारा बरसे, कोई कहीं उदास न तरसे। देकर खुशियाँ ले ले ग़म, अंतर्मन से दूर…

0 Comments

शुभ दीपावली

बोधन राम निषाद ‘राज’  कबीरधाम (छत्तीसगढ़) ******************************************************************** राम आगमन की खुशी,दीपावली मनाय। जगमग हर घर द्वार औ,मन सबका हर्षाय॥ बच्चे-बूढ़े खुश नज़र,दिखते हैं सब यार। पहने नव परिधान को,हर्षित हर…

0 Comments

दिवाली आई खुशियाँ लाई

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** सबके घर की हुई सफाई, सज गए आँगन और अँगनाई दीपों से बाज़ार है छाया, दिवाली आई,खुशियाँ लाई। हर ओर होती साफ़-सफाई, दीवारों पर होती…

0 Comments

पंचदिवस दीपावली

दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’ बूंदी (राजस्थान) ****************************************************************** धन से धन्य दिन-रात हुए हैं, धन-तेरस ने,त्योहार की शुरु,खुशियां करवाई। कुबेर ने बाजार में खोला खजाना, धन-धान्य बरसे अब,खुशियां घर-आँगन लहराई।…

0 Comments