राधा आओ
ममता तिवारीजांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** रचना शिल्प: मात्रा भार १४ ओ! राधा आओ प्यारी,निकसो तो महल दुआरी!ले अबीर कान्हा खड़े हैं-सँग में है सखियां सारी!! धूम मची बरसाने में,वेणु बुलाये गाने में!श्याम रंग रंगी राधा-रंग बचती बहाने में!! हरे लाल गुलाल पीली,कोई ले कर रंग नीली!कान्हा की पिचकारी से,भीग गयी श्याम छबीली!! परिचय-ममता तिवारी का जन्म १अक्टूबर १९६८ … Read more