सागर से गहरा नहीं दर्द
सौ. निशा बुधे झा 'निशामन'जयपुर (राजस्थान)*********************************************** घनघोर बादल उमड़ घुमड़ते आए,काले मेघों को भी साथ लाएरिमझिम-रिमझिम बरखा देख,पुरवाई ने भी खुश हो शोर मचाया। मैं बैठ गया आँधी देख,चुप थी…
सौ. निशा बुधे झा 'निशामन'जयपुर (राजस्थान)*********************************************** घनघोर बादल उमड़ घुमड़ते आए,काले मेघों को भी साथ लाएरिमझिम-रिमझिम बरखा देख,पुरवाई ने भी खुश हो शोर मचाया। मैं बैठ गया आँधी देख,चुप थी…
दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* सब 'धरा' रह जाएगा (पर्यावरण दिवस विशेष)... आओ हम सब एक पौधा लगाएं,अपने पर्यावरण को सुंदर बनाएं। छोटा-सा एक पौधा आज लगाएं,कुछ ही दिनों…
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* चलो बचाएँ प्रकृति धरा को, वृक्षारोपण मिल साथ करें।बाढ़, भूकम्प, तूफां कहर, ताप, पर्यावरण प्रदूषण मुक्त करें। हवा सलिल विषाक्त बह रही, स्वच्छता अभियान…
श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* चाहे जितना बड़ा संसार है,क्यों ना भरा-पूरा परिवार हैलेकिन पति ही नहीं साथ है,तो रिश्ते-नाते-सुख बेकार है। लुटा हुआ है खुशी का बाजार,बोलो सखी कैसे करूँ…
सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)************************************** मुझे याद आता है घर वो पुराना,सुकूँ था, न था कोई यूँ ग़म का मारारहते थे सब साथ मिल एक घर में,सदा बनते एक-दूसरे का सहारा। है…
हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** जीत का जश्न और हार का मातम, हर बार चुनाव में होता हैहर जीतने वाला हॅंसता है और, हर हारने वाला तो रोता है। यूँ तो…
डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’इन्दौर (मध्यप्रदेश )******************************************* कला साधना बने अगर तो, संस्कृति की पहचान बनेगीतन्मयता से अभिव्यक्ति हो तो, अंतर्मन में रसधार बहेगी। चित्रकार अपने चित्रों से भर-भर कर रसपान कराता,अंकित…
डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* सब 'धरा' रह जाएगा (पर्यावरण दिवस विशेष).... वसुधा को हम पुन: सँवारें,हम रोपें पौधे, पेड़ लगाएंधरणी जननी प्रकृति रूपा,लोभी मानव ने खूब है लूटा। आइए…
श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* सासरे में मैं हूँ, दुल्हन नई नवेली,बहुत सुन्दर नाम भी है 'अलबेली'गुस्से में कड़क, वरना मीठी है बोली,तभी नाम मिला दुल्हन नई नवेली। मैं चाल चलती…
संजय सिंह ‘चन्दन’धनबाद (झारखंड )******************************** मतपेटी में बंद हुआ सत्ता का सरताज,अंतिम दौर का फैसला जनता का है आजकिसके सिर चढ़ बोलेगी मतदाता की आवाज,किस्मत किसके पक्ष खोलती बंद पेटी…