पिता का प्रेम

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ************************************************ ‘पिता का प्रेम, पसीना और हम’ स्पर्धा विशेष….. जिसका जीवन संघर्षों की,प्रखर एक गाथा है।सचमुच में उस पिता के आगे,झुक जाता माथा है॥ संतानों के जीवन में जो,बिखराता उजियारारक्षक बनकर पहरा देता,दूर करे अँधियारा।वह रचना करता संतति की,जनक कहाता है,सचमुच में उस पिता के आगे,झुक जाता माथा है…॥ निज सुख … Read more

यही हैं देवता

जसवीर सिंह ‘हलधर’देहरादून( उत्तराखंड)********************************* धरा गंदी नहीं होती गगन गंदा नहीं होता।शहीदों की चिताओं से वतन गंदा नहीं होता॥ नहीं हिन्दू नहीं मुस्लिम सिपाही तो सिपाही है,मिटा जो कौम की खातिर बना दुश्मन तबाही है।लगाओ हर दिवस मेले शहीदों की मजारों पर,निशाने हिन्द पर गाया भजन गंदा नहीं होता॥शहीदों की चिताओं से वतन गंदा नहीं … Read more

प्रेम की भावना

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************** विश्व सौहार्द दिवस स्पर्धा विशेष…. प्रेम की भावना दिल की जागीर है।प्रेम दिल से मिटाता सभी पीर है। जिन्दगी में रहे प्रेम दिल का अगर,फिर तो हर जिन्दगी सुख की तासीर है।प्रेम की भावना… जिन्दगी इक सफर है सभी के लिए,जिसका आगाज होता यहां प्रेम से।एक मन्जिल के सब … Read more

भारत भू के कर्णधार

जसवीर सिंह ‘हलधर’देहरादून( उत्तराखंड)********************************* सरहद प्रहरी सैनिक कुमार,मेरे उपवन की नव बहार,भारत माता के शांति दूत,हे भारत भू के कर्णधार। उत्थान-पतन से दूर रहो,भौतिक सुख की ना चाह रखो,तुम सैनिक सदा जटिल पथ के,हरदम दुगना उत्साह रखो।टिक सके न सम्मुख कोई भी,तुम रण सज्जित हो बार-बार,हे भारत भू के कर्णधार…॥ क्या चिंता कुपित दृष्टि की … Read more

अंतर मन से श्रेष्ठ बनें

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* विश्व सौहार्द दिवस स्पर्धा विशेष…. अंतर मन से श्रेष्ठ बनें तब,होगा जग कल्याण।सत्य पथिक नित बनना होगा,तब संभव है त्राण। हृदय बसाएँ प्रेम भाव को,नित आएँ यह काम,मानवता की राह चले सब,कर लें जग में नाम।द्वेष कपट का भाव त्याग दो,कहते वेद पुराण,अंतर मन से श्रेष्ठ बनें तब,होगा जग कल्याण…॥ दीन-दुखी … Read more

सौहार्द ही साख

जबरा राम कंडाराजालौर (राजस्थान)**************************** विश्व सौहार्द दिवस स्पर्धा विशेष…. हिलमिल रहना हर किसी से,मानव का व्यवहार।सौहार्द ही साख बनाता,जीवन दे निखार॥ अपनापन उर भीतर रखिये,प्रेम बढ़ाता मान।भाईचारा भलमनचाहत,सच्चाई पहचान।नेकीपन जनहित भावना,सद्गुण सदाचार।सौहार्द ही साख बनाता,जीवन दे निखार…॥ जनहितकारी सोच जिनकी,कार्य जनहितकारी।जो नि:स्वार्थ सेवा करता,वो ही परोपकारी।अपना-पराया भेद नहीं,दिल का जो दिलदार।सौहार्द ही साख बनाता,जीवन दे … Read more

वो कहीं रूठ न जायें..

संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) **************************************** इस बात का डर है,वो कहीं रूठ न जायेंIनाजुक से हैं अरमान मेरे,कहीं टूट न जायें। फूलों से भी नाजुक है,उनके होंठों की नरमी,सूरज झुलस जाये,ऐसी साँसों की गरमी।इस हुस्न की मस्ती को,कोई लूट न जाये,इस बात का डर है,वो कहीं रूठ न जायें…॥ चलते हैं तो नदियों की, अदा साथ ले … Read more

सैर गाँव की

डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’कोरबा(छत्तीसगढ़)******************************************* आओ तुम्हें सैर हम गाँव की करायेंगे।मुलाकात तुम्हें धूप-छाँव से करायेंगे। पनघट पर जाती हुई गाँव की गौरी,श्रंगार सजी बैठी गाँव की ये छोरी।आज तुम्हें हरे-भरे खेत भी दिखायेंगे,आओ तुम्हें सैर…॥ गायों को हरी-भरी घास मिल जाती है,धरती से प्यार व दुलार भी वे पाती हैं।आज तुम्हें मोरों का नृत्य भी दिखायेंगे,आओ … Read more

आई भ्रष्टाचारन

जसवीर सिंह ‘हलधर’देहरादून( उत्तराखंड)********************************* चाँदी की पायल छनन-छनन,सोने के कंगन खनन- खनन।आयी पहने भ्रष्टाचारन,आयी पहने भ्रष्टाचारन। छन-छन पायल झंकारों से,नैनों के कुटिल प्रहारों से,संसद में देखो नाच रही,बतियाती खादी यारों से।मर्यादा तार-तार करके,गिनवाती सिक्के घनन-घनन,चाँदी की पायल छनन-छनन,सोने के कंगन खनन- खनन…॥ लहराती कुटिल दिशाओं में,तब सत्य मार्ग अकुलता है,जब रूप दिखाये यौवन का,तब स्वर्ग … Read more

जन्नत बनाएँ यह पर्यावरण

सरफ़राज़ हुसैन ‘फ़राज़’मुरादाबाद (उत्तरप्रदेश) ***************************************** रश्के ‘जन्नत बनाएँ यह पर्यावरण।आओ हम सब ‘सजाएँ यह पर्यावरण। इस ‘धरा को सजाएँ ‘चलो हर तरफ़।पेड़-पौधे लगाएँ ‘चलो हर तरफ़।पानी हरगिज़ बहाए न बेजा कोई,यह मिशन हम ‘चलाएँ चलो हर तरफ़। रश्के जन्नत बनाएँ यह ‘पर्यावरण।आओ हम सब’ सजाएँ यह पर्यावरण। ज़िन्दगी ‘है ज़रुरी परिन्दों की ‘भी।लाज़मी है ‘ह़िफ़ाज़त ‘दरिन्दों … Read more