फिर गूंजी ‘जनभाषा में न्याय’ की आवाज

डॉ. मोतीलाल गुप्ता ‘आदित्य’मुम्बई(महाराष्ट्र)********************************************** एक सामान्य भारतवासी जो कानून की पेचीदगियाँ और राजनीति नहीं जानता, उसके मन में भी एक प्रश्न स्वाभाविक रूप से उठता है कि जब हम १५…

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बॉस इस आलवेज राइट!

डॉ.शैलेश शुक्लाबेल्लारी (कर्नाटक)**************************************** आजकल ऑफिस में काम करने के लिए केवल डिग्री, कम्प्यूटर और फॉर्मल कपड़े काफी नहीं हैं। जो सबसे ज़रूरी चीज है, वह है-बॉस की चापलूसी। और यह…

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ईरान-इजरायल युद्ध:भारत के हितों पर चोट

ललित गर्ग दिल्ली*********************************** इजरायल ने ईरान के ‘परमाणु कार्यक्रम ठिकानों’ पर अचानक हमला करके न सिर्फ दुनिया को चौंका दिया है, बल्कि पश्चिमी एशिया के पूरे क्षेत्र को अनिश्चितता, भय,…

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नारी स्वतन्त्रता:मर्यादा बहुत जरूरी

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** नारी की स्वतंत्रता किस सीमा तक स्वीकार्य…? इस पर कुछ कहने से पहले नारी की स्वतंत्रता के बारे में कुछ कहना चाहूँगी। गृहस्थी रूपी गाड़ी को खींचने…

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उपजाऊ भूमि को मरुस्थल होने से बचाना होगा

ललित गर्ग दिल्ली*********************************** विश्व मरुस्थलीकरण एवं सूखा निवारण दिवस (१७ जून) विशेष... मानव एवं जीव-जंतुओं का जीवन भूमि पर निर्भर है, फिर भी पूरी दुनिया में प्रदूषण, भूमि का दोहन,…

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मातृत्व, साहस और नेतृत्व की अद्वितीय गाथा

डॉ.शैलेश शुक्लाबेल्लारी (कर्नाटक)**************************************** राजमाता जीजाबाई पुण्यतिथि (१७ जून) विशेष... भारतीय इतिहास की महान विभूतियों में राजमाता जीजाबाई का नाम आदर और श्रद्धा से लिया जाता है। वे केवल छत्रपति शिवाजी…

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हिन्दी:विदेश में सिखाने और सीखने की व्यावहारिक समस्याएं

डॉ.शैलेश शुक्लाबेल्लारी (कर्नाटक)**************************************** हिंदी भाषा केवल भारत की नहीं, बल्कि वैश्विक सांस्कृतिक विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी है। वर्तमान में हिंदी विश्व की तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली…

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आप जैसे पिता बनना चाहती हूँ…

सीमा जैन ‘निसर्ग’खड़गपुर (प.बंगाल)********************************* यादें…हम चाहें तो भी तुम्हें नहीं भूल सकते..!!तुमने हमें जीना सिखाया,खुश रहना सिखायाजिंदादिल बनाया।बहुत गर्व होता है कि, दुनिया की इतनी भीड़ में ईश्वर ने तुमको…

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न्याय मिलना चाहिए, यह जनभाषा में अधिकार की लड़ाई

प्रवीण कुमार जैनमुम्बई (महाराष्ट्र)****************************************** जनभाषा में न्याय.... डॉ. मोतीलाल गुप्ता 'आदित्य' जी, सादर नमस्कार।आपने जनभाषा में न्याय के अधिकार को लेकर जो अत्यंत विचारोत्तेजक, तथ्याधारित और संवेदनशील स्वर उठाया है,…

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जीवन के रंगमंच में प्रभावी किरदार ‘पिता’

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ विश्व पिता दिवस (१५ जून) विशेष... ज़िन्दगी के बहुत सारे पल होते हैं, जो कभी खुशी, कभी ग़म देते हैं। हर तरफ मजमा लगा हुआ…

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