लज्जा हीन
स्मृति श्रीवास्तव इंदौर (मध्यप्रदेश)********************************************* ‘हैलो! रजनी सब तैयारी हो गई ना ? कितना पैसा इकट्ठा हुआ है ? उसे एक लिफाफे में रख लेना,खुले पैसे देना अच्छा नहीं लगेगा।’रजनी ने जैसे ही फोन उठाया उसे सामने से केदार भाई साहब की आवाज सुनाई दी।रजनी- ‘जी भाई साहब,आप चिंता ना करें। सब तैयारी हो गई है … Read more