अहंकार
डॉ.एन.के. सेठी बांदीकुई (राजस्थान) ************************************************************************* दर्प कभी ना कीजिये, करता जीवन नाश। धारण करे विनम्रता, सदाचार का वास॥ अहंकार किसका करे, देह न अपनी होय। साथ नहीं कुछ जायगा, अंत…
डॉ.एन.के. सेठी बांदीकुई (राजस्थान) ************************************************************************* दर्प कभी ना कीजिये, करता जीवन नाश। धारण करे विनम्रता, सदाचार का वास॥ अहंकार किसका करे, देह न अपनी होय। साथ नहीं कुछ जायगा, अंत…
अंतुलता वर्मा ‘अन्नू’ भोपाल (मध्यप्रदेश) ************************************************************ जो भी हो बहुत प्यारे हो तुम, मेरी आँखों के तारे हो तुम...। न चाहते हुए भी,तुझे चाहना, न सोचते हुए भी,तुझे सोचना...। मेरी…
सारिका त्रिपाठी लखनऊ(उत्तरप्रदेश) ******************************************************* मेरे पाँव की पायल भी, बेबस और मजबूर हो गयी... मुस्कुराने की चाहत थी, मगर उदास हो गयी। तुम्हारे इंतज़ार में यह, इस जहां से बेजार…
संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) ************************************************ पल-पल तरसते थे, उस पल के लिए। वो पल ही रुका, कुछ पल के लिए। सोचा था उसे जिंदगी का, हसीन सपना बना लेंगे। पर क्या…
ललित प्रताप सिंह बसंतपुर (उत्तरप्रदेश) ************************************************ बेवजह मुझे तुम सताने लगी होl क्या प्यार फिर से जताने लगी हो ? अदायें तो लगती है ऐसी ही कुछ, जो जुल्फें फिर…
बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़) ******************************************************************** रिश्ते नाजुक डोर हैं,रखना इसे सम्हाल। कहीं टूट जाये नहीं,होना नहीं बेहाल॥ रिश्ते मुश्किल से जुड़े,बन्धन है अनमोल। इसे निभाना साथियों,स्वागत कर दिल…
सौदामिनी खरे दामिनी रायसेन(मध्यप्रदेश) ****************************************************** आओ हम सौगंध उठाएं, देश को निर्मल स्वच्छ बनाएं। सारे पर्यावरण को शुद्ध बनाएं, घर के कचरे के लिए कूड़ादान बनाएं। आओ हम सौगंध... जब भी…
हेमा श्रीवास्तव ‘हेमाश्री’ प्रयाग(उत्तरप्रदेश) ********************************************************************* आँखें जगी है, रात सोई-सोई-सी बातें छिड़ी हैं। आँगन बीच, ये स्वप्निल नयन ये नभ झील। है मंद-मंद, चल रही पवन पलकें बंद। गुजर रही,…
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’ बेंगलुरु (कर्नाटक) **************************************************************************** अभिनंदन स्वागत करूँ,सतरंगी अरुणाभ। नव उमंग नव लक्ष्य पथ,द्रुत नवगति नीलाभll नवप्रभात दर्शन सुलभ,नया सृजन नवनीत। नव उमंग नवरंग से,परहित कर नवप्रीतll अनुरागी…
रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** आँचल एक मखमली अहसास, बालक हेतु जागीर दुनिया की। माँ का आँचल मिले, तो गम उसके पास नहीं फटकते और मुस्कुरा उठता है बालक,…