मजबूर नहीं, मज़दूर हूँ मैं
डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीबिलासपुर (छतीसगढ़)************************************************* मजबूर नहीं,मज़दूर हूँ मैंमेहनत की रोटी खाती हूँ। दिनभर तप कर,कस कर श्रम करबहुत थोड़ा कमाती हूँ मैं। रेती, गारा, ईंट और पत्थर,सिर पर ढोकर, जोड़-जोड़करघर,…