नयन
संजय गुप्ता ‘देवेश’ उदयपुर(राजस्थान) ************************************************************ राधा के दो नयन में,दिखी श्याम को प्रीत।यमुना तट पर प्रेम में,सुध-बुध खोये मीत॥सुधबुध खोये मीत,बाँसुरी की धुन मोहक।खडी़ गोपियाँ मौन,कृष्ण छवि लख मनमोहक॥कह ‘संजय देवेश’,दूर करते सब बाधा।निश्छल मन से आप,जपे यदि राधा राधा॥ परिचय–संजय गुप्ता साहित्यिक दुनिया में उपनाम ‘देवेश’ से जाने जाते हैं। जन्म तारीख ३० जनवरी १९६३ … Read more