रक्तदान महादान

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)**************************************************** अर्थदान से भी बडा़,रक्तदान का दान।महादान से व्यक्ति की,बने अमिट पहचान।बने अमिट पहचान,दुआएँ सबकी पाता।रहे सदा खुशहाल, कभी न कष्ट उठाता।कहता ‘शिव’ दिव्यांग,जिए वह सदा शान से।करें रक्त का दान,बड़ा जो अर्थदान से॥ अपना शोणित दान कर,बनता व्यक्ति महान।किसी जरुरतमंद को,मिलता जीवन दान॥मिलता जीवन दान,जिन्दगी पा मुस्काएं।भूले ना उपकार,और दे खूब … Read more

प्यास

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************************************* कटते जंगल नित्य हैं,हुआ प्रदूषण घोर।प्यासी मरती है धरा,संकट है चहुँ ओर॥संकट है चहुँ ओर,वन हो गए हैं खाली।तड़प रहे सब जीव,प्यास से हो बेहाली॥कहता कवि करजोरि,वन हरे भरे न दिखते।सूखे ताल तड़ाग,तरु अब नित्य ही कटते॥ हरियाली मिट-सी गई,प्राणी सभी अनाथ।सूखे नदिया ताल भी,अब न किसी के हाथ॥अब न किसी … Read more

मिटे हृदय दुर्भावना

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’ लखीमपुर खीरी(उप्र) **************************************************** भगवन मेरी प्रार्थना,करिए यह स्वीकार। मिटे हृदय दुर्भावना,फैले जग में प्यार। फैले जग में प्यार,रहें मिलजुल कर सारे। हों सब जन खुशहाल,न हो दुःख के अँधियारे। कहता ‘शिव’ दिव्यांग,सदा महके यह उपवन। हो उत्तम परिवेश,प्रार्थना मेरी भगवन। परिचय- शिवेन्द्र मिश्र का साहित्यिक उपनाम ‘शिव’ है। १० अप्रैल १९८९ को सीतापुर(उप्र)में … Read more

देश को समझें अपना

अरशद रसूल, बदायूं (उत्तरप्रदेश) ********************************************************************* अपना यह संदेश तुम,फैला दो हर ओर। दीप जलाओ ज्ञान का,थाम़ प्रेम की डोरll थाम़ प्रेम की डोर,प्रीत पथ कदम बढ़ाना। आए खाली हाथ,सभी को खाली जानाll कह `अरशद` कविराय,देखते हम यह सपना। मिलजुल रहवैं साथ,देश को समझें अपनाll परिचय-अरशद रसूल का वर्तमान और स्थाई बसेरा जिला बदायूं (उ.प्र.)में है। … Read more

करे ये सच अभिव्यक्ति

डॉ.एन.के. सेठी बांदीकुई (राजस्थान) ************************************************************************* कलम की शक्ति से कभी,जीत न पाया कोय। कलमकार की शक्ति ये,इससे सबकुछ होय॥ इससे सब कुछ होय,यह सोतों को जगाती। जो हैं रिश्वतखोर,उनको सामने लाती॥ कहता कवि कर जोरि,करे ये सच अभिव्यक्ति। भय करती है दूर,सदा ये कलम की शक्ति॥ पैदा करती है कलम,चिंतन में अंगार। कलम उगलती आग … Read more

माँ हँसकर सहती पीर

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’ लखीमपुर खीरी(उप्र) **************************************************** माँ संतति के वास्ते,हँसकर सहती पीर। ठुकराती औलाद जब,होती बहुत अधीर॥ होती बहुत अधीर,अश्रु आँखों से झरते। किन्तु ना करती रोष,दुआ के शब्द निकलते॥ कहता ‘शिव’ दिव्यांग,न जिसकी कोई सीमा। ईश्वर का उपहार,सृष्टि में होती है माँ॥ परिचय- शिवेन्द्र मिश्र का साहित्यिक उपनाम ‘शिव’ है। १० अप्रैल १९८९ को सीतापुर(उप्र)में … Read more

..पड़ेगा सबको रोना

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’ लखीमपुर खीरी(उप्र) **************************************************** ‘कोरोना’ को मानते,अति साधारण रोग। भीड़ लगाकर कर रहे,असफल सभी प्रयोग। असफल सभी प्रयोग,बताएं कुछ मजबूरी। नहीं मानते लोग,न कायम रखते दूरी। कहता ‘शिव’ दिव्यांग,पडे़गा सबको रोना। लापरवाही यार,बढा़ देता कोरोना। परिचय- शिवेन्द्र मिश्र का साहित्यिक उपनाम ‘शिव’ है। १० अप्रैल १९८९ को सीतापुर(उप्र)में जन्मे शिवेन्द्र मिश्र का स्थाई व … Read more

पल-पल तेरी याद

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’ लखीमपुर खीरी(उप्र) **************************************************** सच बतलाओ यह हमें,कब आओगे आप। मेरे अंतस का तभी,मिट सकता संताप। मिट सकता संताप,विरह की अग्नि जलाए। पल पल तेरी याद,हमें विचलित कर जाए। हृदय बहुत बेहाल,न ‘शिव’ को यूँ तड़पाओ। रहा न मुझसे प्यार,सनम क्या ? सच बतलाओ। परिचय- शिवेन्द्र मिश्र का साहित्यिक उपनाम ‘शिव’ है। १० … Read more

श्री राम

डॉ.एन.के. सेठी बांदीकुई (राजस्थान) ************************************************************************* प्यारे है श्रीराम जी,रघुकुल के अभिमान। सत्य के पर्याय हैं,उनकी यह पहचान॥ उनकी यह पहचान,प्रजा के पालनकर्ता। नहीं अहम का भाव,जगत के कर्ता-धर्ता॥ कहता कवि करजोरि,सभी के राम सहारे। दशरथ के सुत राम,सभी जन के हैं प्यारे॥ परिचय-पेशे से अर्द्ध सरकारी महाविद्यालय में प्राचार्य (बांदीकुई,दौसा)डॉ.एन.के. सेठी का बांदीकुई में ही … Read more

हारा

बाबूलाल शर्मा सिकंदरा(राजस्थान) ************************************************* हारा- हारा जो हिम्मत नहीं,जीता उसने युद्ध। त्याग तपस्या साथ ही,बने धैर्य से बुद्ध। बने धैर्य से बुद्ध,तथागत जन दुखहारी। किया प्राप्त बुद्धत्व,जीत कर भाव विकारी। शर्मा बाबू लाल,हार मत,मिले किनारा। पढ़ो विगत संघर्ष,धीर जन कभी न हारा। नारी- नारी है सबला सदा,मानो सत्य सुजान। जीवन दाता सृष्टि में,नारी अरु भगवान। … Read more