जन-जन की आशा
डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* हिन्दी की बिन्दी… हिंदी भाषा हिंद की, आन बान अरु शान।संस्कृत इसकी मात है, लिपी नागरी जान॥लिपी नागरी जान, गर्व हम इस पर करते।इसमें नाना छंद, काव्य कविजन हैं रचते॥नवरस से परिपूर्ण, भाल की ये है बिंदी।मीठे इसके बोल, सभी अपनाएं हिंदी॥ भाषा ये अनमोल है, देती है संस्कार।उर्दू अरबी फारसी, … Read more