बनें मानव

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** श्रेष्ठ है भक्तिईश्वर मिलन मेंन दिखे शक्ति। मन की बातकरो ईश से सदावह जानता। व्यर्थ का रोगदिखावा खुशी नहींन करो ढोंग। हर लो पापप्रभु सब देखतापुण्य लो आप। बनें मानवमाँ सबको दे बुद्धिन बन दैत्य। कल्याण करोसंहार करती माँदेवी से डरो। हो धर्म राहबुरा करो न कभीयही हो चाह। जुल्म न सहेंविरोध … Read more

चंद्रयान थ्री

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************** रचा है आजनवीन इतिहासयूँ भारत ने। पृथ्वी करेगीअब रक्षाबंधनघर चाँद के। भाई-बहनमनाएंगे अनूठारक्षाबंधन। पृथ्वी बहनचाँद है भैया राजाहुआ साबित। तिथि तेईसबन गई अमरचंद्रयान-थ्री। सदा बिरलेहमारे वैज्ञानिककोई न दूजा। ऐतिहासिकहै तेईस अगस्तपूरे विश्व में॥ परिचय-डॉ. पूजा हेमकुमार अलापुरिया का साहित्यिक उपनाम ‘हेमाक्ष’ हैL जन्म तिथि १२ अगस्त १९८० तथा जन्म स्थान … Read more

न बनो पत्थर

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** मनुज हो ना!तो न बनो पत्थरदया करना। मदद करोदिखाओ संवेदनाहाथ बढ़ाओ। है पहचानमानवता हमारीयही सम्मान। याद रखनामानव-पशु फर्कसदा निभाना। हो जो अन्यायमूक नहीं रहनाविरोध करो। स्वार्थ छोड़ दोये मानवता रहेबढ़े विश्वास। विनम्र होनाशर्मिंदा जो करे तोसुनो मन की। लाज रखनाआने न देना आँचयोद्धा बनना। भीड़ ना बनोरखिए अहसासमानव बनो। सुरक्षा करोसबकी अस्मिता … Read more

चलो मुस्काएं

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** चलो मुस्काएंजग में गम बड़ाउसे मिटाएं। पीड़ा हर लेंक्या होगा यूँ फिक्र से?थोड़ा तो जी लें। मुस्कान बड़ीगम बाँटा तो आईसुख की घड़ी। हँसी है फूलईश्वरीय सौगात येचिंता को भूल। है उपहारन भूलो मुस्कुरानाइसमें प्यार। रोज हँसनाआसान होगा जीनान कर फिक्र। मिलेगी शांतिजब सब देखेंगेमुख पे कांति। ईश्वर है नाचिंता क्यों करता … Read more

साख बनाओ

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** साख बनाओपुरुषार्थ प्रेरणानाम कमाओ। भला करनाजीवन अनमोलनहीं भूलना। लेना संकल्पकरेंगे समाज मेंनव प्रकल्प। सदा चमकेस्वर्णिम हो भारतनित दमके। देना सम्मानमान सबका करेंहो स्व का मान। मत भूलनाभू सबसे पहलेफर्ज निभाना। आए विपत्तिबाजी लगाना जां कीआगे बढ़ना। हो प्रेमभावखाना रोटी बाँट केन हो अभाव। याद रखनाबात देश की हो तोआगे रहना। पुण्य कमानालालच … Read more

थे बड़े मतवाले

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** नाम भगतथे बड़े मतवालेचाहत देश। था क्रांतिवीरआजादी का दीवानादेश का वीर। सिंह निडरथी जिगर में ज्वालारखी फिकर। नाम कमायावतन की खातिरजान लुटाई। कसम खाईकफन बांध चलेआजादी पाई। कष्ट भी सहेथे अंग्रेज विरोधीचुप ना रहे। पहले देशरक्षा में सर्वोपरिबदला रूप। थे समर्पितहँसते चढ़े फाँसीकी जां अर्पित। धन्य थी कोखजो जन्मा ऐसा वीरथा देश … Read more

आओ गणेश

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** गणेश चतुर्थी विशेष… आओ गणेशजीवन दु:ख भरामिटाओ क्लेश। गण-नायकघर में लाएं बप्पासुखदायक। सबसे आगेबुद्धि में सर्वश्रेष्ठहै विघ्नहर्ता। घर सजाएंलें ढेर-सा आशीषकरें स्थापना। है गजानंदविद्या में बड़े ज्येष्ठमिले आनंद। प्रिय मोदकबच्चों के प्रिय साथीहैं सहायक। प्रथम पूज्यलम्बोदर हमारेहैं शुभकारी। सबको भातेरिद्धि-सिद्धी के दाताप्यारे गणेशा। कृपा मिले जोविघ्नहर्ता से थोड़ीसंवरें हम। गजकर्णकभालचन्द्र हो संगहरते … Read more

सबमें मिलती है

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** हिन्दी संग हम…. हिन्दी हैं हमहै मान शान जानइससे दम। हिन्दी बढ़ाओमूल्य बढ़े इसकासदा चलेगी। भाषा अनूठीअनेक विशेषतामन जोड़ती। हमारी जानयह देश की भाषाजगाए आशा। इसे फैलाओभाषा पहचान हैमान दिलाओ। सारी दुनियाहिन्दी भाषा से जुड़ीहम भी बोलें। लड़े न हिन्दीसबमें मिलती हैभाषा है मीठी। शिशु भी बोलेबड़ी सहज-सरलसबको जोड़े। है प्यारी-न्यारीलिखा-बोला समानअंतर … Read more

करो सार्थक

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************** हिन्दी संग हम… तुम लेखकतुम्हारी कलम हूँकरो सार्थक। हिंदी है भाषाहिंदी है अभिलाषाशब्द-शब्द में। महत्व जानोबिन भाषा नहीं हैमोल तुम्हारा। नहीं होती हैकठिन कोई भाषासमझो यह॥ परिचय-डॉ. पूजा हेमकुमार अलापुरिया का साहित्यिक उपनाम ‘हेमाक्ष’ हैL जन्म तिथि १२ अगस्त १९८० तथा जन्म स्थान दिल्ली हैL श्रीमती अलापुरिया का निवास नवी … Read more

कठिन है जीवन

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** संघर्ष बड़ाकठिन है जीवनबेबस खड़ा। रिश्ते उलझेजीने की मारा-मारीकैसे सुलझे ? रोटी की चिंतासपना है मंज़िलरोज कमाना। संतान खुशीनिरंतर संघर्षघिसी चप्पल । खुद से करोदूजों से प्रेम रखोमानवता हो। झूठ न बोलोसब रह जाएगामीठा ही बोलो। ईश्वर सत्यप्रार्थना में हो यकींफल मिलेगा । साथ ना जातासम्बन्ध निभा बसप्रेम रहता। करो भलाईजियो ऐसा … Read more