एक आध्यात्मिक व्यक्तित्व

डॉ.मधु आंधीवालअलीगढ़(उत्तर प्रदेश)**************************************** २०१३ की घटना है,मैं नगर निगम के पार्षद का चुनाव लड़ी और दूसरी बार पार्षद बनी। एक सामाजिक संगठन की भी सचिव थी तो मैं और संगठन के अध्यक्ष शहर में अवैध कट्टी घर पर लगातार बोल रहे थे। मैं निगम में कट्टी घर पर लड़ाई लड़ रही थी। उसी प्रकरण में … Read more

आर्यन जैसे अमीरजादों की जिंदगी की ‘प्रेरणा’ ?

अजय बोकिलभोपाल(मध्यप्रदेश)  ****************************************** बाॅलीवुड के ‘बादशाह’ कहे जाने वाले फिल्म अभिनेता-व्यवसायी शाहरूख खान के बेटे आर्यन खान को जिस तरह मुंबई की अदालत ने नशा (ड्रग्स) लेने और रखने के आरोप में हिरासत में भेजा है,उसकी पूरी हकीकत तो विवेचना के बाद सामने आएगी, लेकिन इस प्रकरण ने इतना जरूर साफ कर ‍दिया है कि … Read more

विदेश नीति पर नए सुझाव

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************* दिल्ली के ‘सेंटर फार पालिसी रिसर्च’ ने अभी एक महत्वपूर्ण शोध-पत्र प्रकाशित किया है,जो वर्तमान भारतीय सरकार के लिए उत्तम दिशाबोधक हो सकता है। यह केंद्र मौलिक शोध और निर्भीक विश्लेषण के लिए जाना जाता है। इसने अभी जो शोध-पत्र प्रकाशित किया है,उसके रचनाकारों में भारत के अत्यंत अनुभवी कूटनीतिज्ञ,सैन्य अधिकारी और … Read more

भ्रष्टाचार मिटाएं

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* बिगड़ रही है आज दशाएँ,बढ़ता भ्रष्टाचार है।मानवता को कलुषित करता,बाधित पथ उद्धार है॥ लोभ मोह के वश में मानुष,रिश्वत लेता शान से,तनिक नहीं वह क्षोभ करे है,हक छीने अभिमान से।शिक्षित दीनों के जीवन में,अध्ययन ही बेकार है,बिगड़ रही है आज दशाएँ,बढ़ता भ्रष्टाचार है…॥ नेता छलते आम मनुज को,रिश्वतखोरी ध्येय से,दीनों का … Read more

मोल कभी जान पाए नहीं

जसवीर सिंह ‘हलधर’देहरादून( उत्तराखंड)******************************************* मोल सैनिक कभी जान पाये नहीं,फौज के नाम पर लग रहा है दड़ा।जीतकर युद्ध भी हम झुके हैं सदा,प्रश्न है ये बड़ा,प्रश्न है ये बड़ा ??? कारगिल युद्ध में जीत कैसी हुई,कौन कहता है कि युद्ध जीते हैं हम।पांच सौ से अधिक वीर खो के वहां,जीत के नाम पर खून पीते … Read more

किसी के प्यार ने…

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************** किसी के प्यार ने इस जिन्दगी का रुख ऐसे बदला।अगर वो आप हैं तो फिर मिले बिन ही कैसे बदला॥किसी के प्यार ने… खुशी होती बहुत मुझको,मिटी वर्षों की तन्हाई,कभी दु:ख भी हुआ करता,न किस्मत मिलने की पाई।मुझे भाता नहीं शिकवा,शिकायत हो तो किससे हो,करूँ भी क्या,भला अब मैं,बदलना … Read more

बरगद की छाॅ॑व जैसा आशीष

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* पितृ पक्ष विशेष….. बरगद के पेड़ पर देखो बैठा है काग,कहता है-धन्य है मनुज धन्य तेरा भाग। बरगद की छाॅ॑व जैसा पितरों का आशीष है,वंश तेरा बढ़ रहा है पितरों का आशीष है। समय है श्राद्ध पितृ पक्ष का,करिए पिंड दान,पितृ राह देख रहे हैं करिए उनका सम्मान। स्वादिष्ट भोजन बनाकर … Read more

दादा-दादी की याद में…

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) *************************************** दादा-दादी तुम्हें स्मरन करते हैं हम।श्राद्ध पक्ष में आज नमन करते हैं हम॥ खेद मुझे है देख न पाया तुम्हें कभी,आप तो थे पर मैं न कहीं था यहाँ तभी।तुम से ही जीवन पाया है दादी माँ,आज फला-फूला घर तुमसे दादी माँ॥ दादा-दादी तुम्हीं मूल इस तरुवर की,तुमसे ही हम फूल-पत्तियाँ … Read more

नारी का समाज में स्थान-दशा व दिशा

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) **************************************** नारी का हमारे समाज में सबसे महत्वपूर्ण स्थान है,क्योंकि उसके बिना कोई भी पुरुष पूर्ण नहीं है। पुरुष का जन्म भी नारी से ही संभव है। भारतीय संस्कृति के परिपेक्ष्य में नारियों की स्थिति को समझते हुए समस्त मातृशक्ति का नमन-वंदन करने का हमारा नैतिक दायित्व कहीं और प्रगाढ़ हो … Read more

औलादों पर कितना गुमान!

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)***************************************************** हम जितने विकसित हुए,उतने हृदयहीन भी गए। पति-पत्नी,माँ-बाप बनने के पहले और शादी के बाद यदि संतान नहीं होती तब पारिवारिक सामाजिक उलाहना झेलते हैं। उसके बाद चिकित्सक,यहाँ-वहाँ देवी-देवताओं के चक्कर और फिर पूजा-पाठ करते हैं। उस समय यह महत्वपूर्ण नहीं होता कि लड़की हुई या लड़का। उनके लालन- पालन में वे अपना … Read more