‘मौत आई,बाँह थामी और उठा कर ले गई…’

महामारी ने प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ.कुंवर बेचैन को छीना नई दिल्ली। मशहूर कवि कुंवर बेचैन का गुरुवार को निधन हो गया है। वह 'कोरोना' संक्रमित हो गए थे।संक्रमित पाए जाने के…

Comments Off on ‘मौत आई,बाँह थामी और उठा कर ले गई…’

राह बताती,पाठ पढ़ाती

निर्मल कुमार जैन ‘नीर’ उदयपुर (राजस्थान)****************************************** विश्व पुस्तक दिवस स्पर्धा विशेष…… एक किताब-मानो मिल गया हो,मुझे ख़िताब। मन बैचेन-पुस्तक पढ़ने से,मिलता चैन। सच बोलती-पुस्तक छुपे हुए,राज खोलती। कैसा भविष्य-पुस्तकों में पढ़…

Comments Off on राह बताती,पाठ पढ़ाती

प्राणवायु से ईमान तक…क्या नहीं बिक रहा!

अजय बोकिलभोपाल(मध्यप्रदेश)  ****************************************** कुछ लोग भले इसे नकारात्मक सोच मानें, लेकिन कोरोना-२ ने एक बार फिर इंसान के दो चेहरों को बेनकाब कर दिया है। एक तरफ वो लोग हैं,जो…

Comments Off on प्राणवायु से ईमान तक…क्या नहीं बिक रहा!

बस,कर्मों का लेखा-जोखा साथ जाएगा

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** आज विश्व में एक महामारी आई है,सारी दुनिया उसे देखकर घबराई है।नहीं सिलेंडर ऑक्सीजन का,और हुए गायब इंजेक्शन,जबकि सब देशों ने उसके लिए,की थी त्वरित एक्शन। ऐसे…

Comments Off on बस,कर्मों का लेखा-जोखा साथ जाएगा

करनी का फल

संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) **************************************** जिंदगी का अबकोई भरोसा नहीं हैअभी तो जिंदा हैं पर,अगले पल का पता नहींआज मैंने मौत को,नजदीक से निकलते देखाऔर अपने परिजन को,बात करते-करते जाते देखा। मानव…

Comments Off on करनी का फल

श्रम का मूल्य समझने का दिन

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ***************************************** विश्व श्रमिक दिवस विशेष...... 'श्रमसीकर नित पूज्य हों,पायें नित सम्मान।श्रम से ही धनधान्य है,श्रम से ही उत्थान॥'श्रमिकों द्वारा की गई कड़ी मेहनत का सम्मान करने…

Comments Off on श्रम का मूल्य समझने का दिन

तलाक

मंजू भारद्वाजहैदराबाद(तेलंगाना)******************************************* रात के ३ बज रहे थे,पर नींद आँखों से कोसों दूर थी। सारी रात बिस्तर पर करवटें बदलता रहा। दस सालों से मैं वकालत के पेशे में हूँ,हर…

Comments Off on तलाक

मजदूर हूँ मैं

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* श्रमिक दिवस विशेष.... मेहनतकश मजदूर हूँ मैं,सकल देश की शान।हाथों में हिम्मत है मेरे,यह मेरा अभिमान॥ देख भवन जो आज खड़ा है, मेरा है उपकार,खून पसीना…

Comments Off on मजदूर हूँ मैं

माता हमारी जीवनदायिनी

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* माता हमारी,चाँद-सूरज जैसी-है वह न्यारी। माता का प्यार,अदृश्य वात्सल्य का-फूलों का हार। माता का क्रोध,हमारे भले लिए-कराता बोध। घर की शान,माता रखती ध्यान-करो सम्मान। माँ का दुलार,भुला…

Comments Off on माता हमारी जीवनदायिनी

कुछ ख्वाब अधूरे से…

डॉ.मधु आंधीवालअलीगढ़(उत्तर प्रदेश)**************************************** मेरा वजूद कोई छोटी कहानी नहीं था, बस पन्ने जल्दी भर गए…जिन्दगी में ख्वाब देखने का सबको अधिकार है,पर जरूरी नहीं वह पूरे हो जाएं। मेरी भी…

Comments Off on कुछ ख्वाब अधूरे से…