काँटे की रवानगी

मीरा जैन उज्जैन(मध्यप्रदेश) ********************************************************** "क्यों री रमिया! आज बहुत खुश नजर आ रही है शायद 'तालाबंदी' के चलते ४० दिन की छुट्टियां तूने घर में बड़े आराम से गुजारी है…

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एक दोस्ती कृष्ण-सुदामा की

उषा शर्मा ‘मन’ जयपुर (राजस्थान) **************************************************** कृष्ण-सुदामा की दोस्ती,अब इस जगत् में ना रही, दोस्ती तो दूर,अब यहां इंसानियत तक ना बची। पूछा सुदामा ने कृष्ण से,दोस्ती का असली मतलब,…

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बिखरे रंग

अनिता मंदिलवार  ‘सपना’ अंबिकापुर(छत्तीसगढ़) ************************************************** रंगों का जीवन भी कितना अजीब होता है, जब वो बिखरते हैं अपने जैसा बना देते हैंl खुशियों के रंग कहीं कहीं दु:ख में नमी…

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श्रम कानूनों में बदलाव:काम देंगे,या उसे छीन लेंगे..?

अजय बोकिल भोपाल(मध्यप्रदेश)  ***************************************************************** क्या विडंबना है कि,`कोरोना` संकट में जहां प्रवासी मजदूरों की बदहाली और विवशता देख पूरा देश सिहर रहा था,वहीं ६ राज्यों ने ताबड़तोड़ तरीके से श्रमिक…

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मानव की भूल

क्षितिज जैन जयपुर(राजस्थान) ********************************************************** कोई पूछे अगर क्या है मानव की भूल ? क्या है आखिर उसके सारे दुखों का मूल ? उत्तर होगा उसका केवल एक मोह ही, जो…

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ज़िन्दगी:एक सड़क

राजबाला शर्मा ‘दीप’ अजमेर(राजस्थान) ************************************************************************* ज़िन्दगी,एक सड़क जिस पर चल कर मिलते हैं, सैंकड़ों लोग। कुछ अपने बन जाते हैं, कुछ अपने पराए बन कर खो जाते हैं। सड़क जिसके…

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खुशियों की जननी है बेटी

ओमप्रकाश मेरोठा बारां(राजस्थान) ********************************************************************* ईश्वर का उपहार है बेटी, सुबह की पहली किरण है बेटी नए-नए रिश्ते बनाती है बेटी, जिस घर जाए उजाला लाती है बेटी। घर की चहल-पहल…

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भूख

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’ जमशेदपुर (झारखण्ड) ******************************************* माँ चूल्हे पर खदकाती, पानी की भाप उडा़ती संतान की भूख मिटाने को, आँसू अपने छिपाती। अन्न का दाना नहीं, और बेकारी फैली…

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जीवन

डॉ.सरला सिंह दिल्ली *********************************************** जीवन मिथ्या समझाता है, नयन नीर से मुख धोता। जागी आँखों के सपने ले, निशिवासर जागृत सोता। मनवा को समझा के हारे, विधि विधान समझ न…

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गांधारी-कृष्ण संवाद

संदीप ‘सरस’ सीतापुर(उत्तरप्रदेश) ******************************************************************* हे कृष्ण मुझे उत्तर दे दो,द्वारिकाधीश उत्तर दे दो। मैं गांधारी हूँ पूछ रही,देवकीपुत्र उत्तर दे दो। बोलो भाई को भाई से लड़वाना कैसा धर्म रहा…

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