‘कोरोना’ से लड़ना होगा
जसवीर सिंह ‘हलधर’देहरादून( उत्तराखंड)********************************* कोरोना से लड़ना होगा,घर के भीतर पड़ना होगा,चौराहे पर ये मत देखो,कितनी हलचल और बची है ? हम सब एक डगर के राही,साथ-साथ सबको चलना है,भारत…
जसवीर सिंह ‘हलधर’देहरादून( उत्तराखंड)********************************* कोरोना से लड़ना होगा,घर के भीतर पड़ना होगा,चौराहे पर ये मत देखो,कितनी हलचल और बची है ? हम सब एक डगर के राही,साथ-साथ सबको चलना है,भारत…
दिनेश कुमार प्रजापत ‘तूफानी’दौसा(राजस्थान)***************************************** यह हिंद है बगीचा ऐसा,जहां फूल सब खिलते हैं,हिंदू मुस्लिम जैन ईसाई,आपस में जब मिलते हैं। ना हिंदू की गीता बुरी है,ना ही मुस्लिम का कुरान,राजनीति…
क्रिश बिस्वालनवी मुंबई(महाराष्ट्र)******************************** 'इश्क' अगर किसी को हो जाए तो,तो वह पागल कहलाता हैअगर न हो तो,वह बेचारा लाचार कहलाता है।मेरी नज़र में तो बेकार हैयह सब प्यार-मुहब्बतठुकरा दे अगर…
डाॅ. पूनम अरोराऊधम सिंह नगर(उत्तराखण्ड)************************************* स्वाभाविक वृत्ति परिवर्तन की,ना रूकेगा ना कभी रूकालहलहाता खेत इमारतों में बदला,आसमां जहरीले धुँए में बदलासड़क चौड़ीकरण के मुआवजे से,खण्डहर भी शाॅपिंग माॅल में बदला।…
विनोद सोनगीर ‘कवि विनोद’इन्दौर(मध्यप्रदेश)************************************* विज्ञान भी हुआ फेल है,खत्म सबके ही खेल है। घर में ही हैं दुबके सभी,बंद सबसे अभी मेल है। बाहर न निकलना अभी,निकले तो समझो जेल…
सुश्री अंजुमन मंसूरी ‘आरज़ू’छिंदवाड़ा (मध्य प्रदेश)******************************************* सबने ख़ुदा तुझे ही पुकारा है इन दिनों,तेरे सिवा न कोई सहारा है इन दिनों। अफ़सुर्दा महफ़िलों का नज़ारा है इन दिनों,तन्हाइयों का साथ…
कुसुम सोगानीइंदौर (मध्यप्रदेश)****************************** विश्व पुस्तक दिवस स्पर्धा विशेष…… शायद नहीं मैं बचती,पुस्तक जो तुम न होती'कोरोना' के इस दौर में,आफ़त की मारी फिरती।न पैसा काम आता,ना भाई पिता ना मातादूरी…
मधु मिश्रानुआपाड़ा(ओडिशा)******************************** विश्व पुस्तक दिवस स्पर्धा विशेष…… ट्रेन में चढ़ते ही शिक्षिका अपने साथ पिकनिक में जाने वाली कॉलेज की लड़कियों की गिनती करने लगीं..और फ़िर घबराकर उन्होंने सब लड़कियों…
डॉ.पूर्णिमा मंडलोईइंदौर(मध्यप्रदेश) ***************************************************** विश्व पुस्तक दिवस स्पर्धा विशेष…… मम्मी-मैंने जो किताब दी थी ! वो पढ़ी तूने ?''हाँ,पढ़ी है मैंने।''तो बता उसमें क्या पढ़ा ?'मम्मी ने किताब में क्या लिखा…
डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ************************************************ विश्व पुस्तक दिवस स्पर्धा विशेष…… पुस्तक होती मित्र है,महिमा बड़ी महान।बढ़े मान यश कीर्ति सब,होता सबका ज्ञान॥होता सबका ज्ञान,सभ्यता है सिखलाती।देती शुभ संस्कार,सत्य पथ है दिखलाती॥पढ़…