भारत माता का वंदन
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ************************************************* अंधकार में हम साहस से,दीप जलाते हैं।आज़ादी के मधुर तराने,नित हम गाते हैं॥ चंद्रगुप्त की धरती है यह,वीर शिवा की आन हैराणाओं की शौर्य धरा…
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ************************************************* अंधकार में हम साहस से,दीप जलाते हैं।आज़ादी के मधुर तराने,नित हम गाते हैं॥ चंद्रगुप्त की धरती है यह,वीर शिवा की आन हैराणाओं की शौर्य धरा…
डॉ. जानकी झाकटक(ओडिशा)************************ रोती रही,बिलखती रही,हर पल सुहाग को अपनेयाद करती रहीदेश के लिए शहीद हुए तुम,घर पर हमें रोता छोड़ गए तुम।जीवनभर साथ निभाने का वादा,पिता,पुत्र,भाई और पति काधर्म…
आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* सुन लो बच्चों एक कहानी।सेहत की है बात बतानी॥कैसे बनती सेहत जानो।खरी बात यह मेरी मानो॥ हरी सब्जियाँ ताकत देती।सुंदर इसकी करते खेती॥इसे भूमि पर सदा…
गोपाल चन्द्र मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************* जीवंत शिव जब प्यासा है,थोड़े पानी की ख़ोज में फिरता हैव्यथा है आडम्बर से पूजन का चल-पत्थर के माथे पर डालता है शीतल जल। प्रखर तेज…
डॉ.सरला सिंह`स्निग्धा`दिल्ली************************************** भूख बेरहम ही तो है,इंसा को नचा देती हैइसकी ताकत होती है,बहुत गज़ब की साथी।भूख ही झुकाती,रुलाती है,दो टुकड़े रोटी के हीचोर का ठप्पा लगा देते,भूख मजबूर बना…
रेणू अग्रवालहैदराबाद(तेलंगाना)************************************ नारी सम्मान क्या एक दिन में हो जाता है,क्या एक दिन में जीवन ख़त्म हो जाता है।क्या एक दिन में सृष्टि की रचना हुई,क्या एक दिन में सबका…
शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ****************************************** सुखी वही जीवन है जिसमें माँ-बापू का प्यार मिले,उनका आशीर्वाद मिले और पत्नी की मनुहार मिले।स्वर्ग वही घर जिसमें बेटी-बेटों की किलकारी हो,घर के आँगन की…
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) **************************************** सोमनाथ सौराष्ट्र में,करुणाकर अवतार।चारु चन्द्र धर शिखर शिव,गंगाधर संसार॥ उच्च शिखर श्रीशैल पर,प्रमुदित देव निवास।पूज्य मल्लिकार्जुन सदा,बाघम्बर कैलाश॥ अकाल मृत्यु रक्षक प्रभु,मोक्ष प्रदाता सन्त।महाकाल…
राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** अंग्रेजी के दत्तक पुत्रों,आज रो रही भारती,कोख से जिसकी जन्म लिया,वह माता आज पुकारती।आज रसातल को जाता है मेरा भारत देश,मेरे बच्चों! भूल गए तुम,क्यों अपना परिवेश…
राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ****************************************** चलो चलें हम काम करें,काम करें और काम करें।कभी ना हम विराम करें,जग में रह कुछ नाम करें॥ पढ़-लिख हम बढ़ेंगे आगे,जोड़ेंगे हम प्रगति के…