दोनों एक हैं
रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** प्रकृति और मानव स्पर्धा विशेष…….. सूर्य को तरसे चंद्र को तरसे, कौन ? प्रकृति और मानव। रहना चाहे प्रदूषण से बचके, कौन ? प्रकृति…
रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** प्रकृति और मानव स्पर्धा विशेष…….. सूर्य को तरसे चंद्र को तरसे, कौन ? प्रकृति और मानव। रहना चाहे प्रदूषण से बचके, कौन ? प्रकृति…
सत्येन्द्र प्रसाद साह’सत्येन्द्र बिहारी’ चंदौली(उत्तर प्रदेश) ***************************************************************************** प्रकृति और मानव स्पर्धा विशेष…….. अवसान वर्षा रित बढ़ता तुषार, ठिठुरती सांझ ओझल उदित सांध्य गीत की मधुर ध्वनि, सिमटती स्वर्णिम यामिनी की…
डॉ.साधना तोमर बागपत(उत्तर प्रदेश) *************************************************************** प्रकृति और मानव स्पर्धा विशेष…….. खुद के लिए ही जिए हो सदा तो, आज गमगीन क्यों हो रहे हो ? प्रकृति से छेड़छाड़ करते रहे…
डाॅ. मधुकर राव लारोकर ‘मधुर’ नागपुर(महाराष्ट्र) ************************************************************************* प्रकृति और मानव स्पर्धा विशेष…….. इंसानों ने निज स्वार्थ हेतु, संरक्षण नहीं किया,अन्य जीवों का। ना सम्मान किया,न महत्व दिया, व्यवस्था भंग की,प्रकृति…
उषा शर्मा ‘मन’ जयपुर (राजस्थान) **************************************************** प्रकृति और मानव स्पर्धा विशेष…….. मचाया प्रकृति ने जब हाहाकार, सारे उपाय हुए मानव के बेकार। संभल जा ओ! मानव... ऐ! मानव मत सताया…
गोपाल मोहन मिश्र दरभंगा (बिहार) ******************************************************************************** प्रकृति और मानव स्पर्धा विशेष…….. प्रकृति धरा पर कुछ भी अपने लिए नहीं करती, नदियाँ पहाड़ों से अपने लिए नहीं उतरती। चाँद सूरज भी…
गीतांजली वार्ष्णेय ‘ गीतू’ बरेली(उत्तर प्रदेश) ********************************************************************** प्रकृति और मानव स्पर्धा विशेष…….. प्रकृति है तो मानव है,वरना मानव अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा। प्रकृति से प्राणवायु,जीवनयापन के साधन,औषधि और रत्नों…
बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़) ******************************************************************** प्रकृति और मानव स्पर्धा विशेष…….. पर्यावरण सुधार लो,आओ पेड़ लगाय। तभी धरा सुन्दर लगे,मन हर्सित हो जाय॥ जीवन इनसे है जुड़ा,इनसे है संसार।…
राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’ धनबाद (झारखण्ड) ************************************************************************** मैं हूँ 'कोरोना', तुम मुझसे डरो ना मैं इटली घूमा,अमेरिका घूमा, और घूमा हूँ विश्व का कोना-कोना बड़े ही जतन से जना है…
विनोद वर्मा आज़ाद देपालपुर (मध्य प्रदेश) ************************************************ मुझसे, मित्र ने पूछा ? कैसे हो आप..? और, क्या चल रहा है ? मैंने कहा- बहुत बढ़िया, खूब खाना आराम, योग टी.वी. मोबाइल…